नए एडमिशन वाले छोटे बच्चों के लिए स्कूल की शुरुआत उत्साहजनक होती है लेकिन भारी स्कूल बैग उनके स्वास्थ्य और मनोबल दोनों पर बुरा असर डाल सकते हैं। इसलिए पेरेंट्स और स्कूलों की जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों का बैग लाइट वेट बनाएं। इस लेख में हम कुछ व्यावहारिक और स्मार्ट उपाय साझा किए जा रहे हैं, जिससे पैरेंट्स बच्चों का बैग हल्का और सुविधाजनक बन सकेंगे।
बैग चुनते समय ध्यान रखें ये बातें
हल्के वज़न वाला मटेरियल चुनें – जैसे नायलॉन या पॉलिएस्टर।
स्ट्रैप्स चौड़े और गद्देदार हों – ताकि कंधों पर भार कम महसूस हो।
बैग में ज़्यादा जेबें न हों – अनावश्यक जेबें बैग को भारी बनाती हैं।
स्कूल से कॉर्डिनेशन करें – स्कूल से जानें कि रोज किन किताबों की जरूरत है। स्कूल में बुक कैबिनेट या लॉकर सिस्टम हो तो उसमें किताबें रखें। स्कूल से अनुरोध करें कि कम से कम किताबें और कॉपियां लाने की जरूरत हो।
बच्चों का टाइमटेबल सही ढंग से सेट करें
हर दिन की जरूरत के हिसाब से ही किताबें बैग में रखें।टाइमटेबल के अनुसार हफ्ते के अंत में बैग दोबारा व्यवस्थित करें।
डिजिटल और लर्निंग टूल्स का इस्तेमाल करें
यदि संभव हो तो ई-बुक्स या PDF किताबों का इस्तेमाल करें। ऑडियो/वीडियो लर्निंग मटेरियल मोबाइल या टैब में सेव करें।
लंच बॉक्स और वॉटर बॉटल भी हो हल्के
स्टील की बजाय बिस्फिनोल-A फ्री प्लास्टिक या सिलिकॉन बॉक्स उपयोग करें।
वॉटर बॉटल मीडियम साइज और लाइटवेट होनी चाहिए।
एक्स्ट्रा चीजें कम करें
फैंसी पाउच, खिलौने, गैर-जरूरी स्टेशनरी बैग में न रखें।
बच्चे को सिखाएं कि क्या रखना है और क्या नहीं।
हफ्ते में एक बार बैग की सफाई करें
पुराने वर्कशीट, खाली कॉपी या अतिरिक्त चीजें निकाल दें और बैग में सिर्फ जरूरी सामान रहे, यह सुनिश्चित करें।
विशेष :- बच्चों के शारीरिक विकास और मनोवैज्ञानिक संतुलन के लिए हल्का बैग बहुत जरूरी है। ऊपर दिए गए आसान उपाय अपनाकर हम बच्चों के स्कूल बैग को हल्का, सुविधाजनक और सुरक्षित बना सकते हैं।