SBI Reduces MCLR Rates by 5 Basis Points: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक State Bank of India (SBI) ने अपने ग्राहकों को एक और तोहफा दिया है बैंक ने हाल ही में या घोषणा की है कि वह अपनी Marginal Cost of Funds-based Lending Rate (MCLR) में 5 basis points की कटौती करने वाला है हालांकि या बदलाव 15 अगस्त 2025 से लागू हो चुका है जिससे होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य MCLR-linked लोन पर ईएमआई कम होने की संभावना हो सकती है।
क्या है MCLR और इसका असर?
MCLR एक प्रकार की मानक ब्याज दर है जिसे बैंक अपनी फंडिंग की लागत के आधार पर तय करता है जब भी किसी बैंक के द्वारा MCLR काम किया जाता है तो इसका सीधा असर MCLR से जुड़े सभी प्रकार के लोन पर पड़ता है अर्थात अगर आपका होम लोन MCLR से संबंधित है तो अब आपके द्वारा दी जाने वाली मासिक किस्त थोड़ी घट जाएगी।
नई दरें कितनी हैं?
SBI की MCLR की दर अब घटकर 7.90% से 8.85% के बीच हो चुकी है जो पहले 7.95% से 8.90% थी हालांकि यह कटौती बिल्कुल मामूली सी है लेकिन लंबे समय में यह ग्राहकों के लिए अच्छी बचत का कारण हो सकती है।
अन्य बैंकों में भी हो रही है कटौती
केवल SBI ही नहीं, बल्कि HDFC Bank, Punjab National Bank, Canara Bank और Bank of Baroda जैसी बड़ी नामी बैंकों में हाल ही के दिनों मे MCLR में 5 basis points की कमी देखी गई है इससे साफ हो रहा है कि बैंकिंग सेक्टर में लोन का रेट को कम करने की होड़ चली हुई है।
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ग्राहकों के लिए फायदे
- Emi में कमी होने से मासिक बजट पर दबाव कम मिलेगा।
- नए लोन लेने वाले लोगों को ब्याज दर पहले से कम मिलेगी।
- लंबे समय की अवधि के लोन पर ब्याज के कुल लागत घट सकती है।
SBI reduces MCLR rates by 5 basis points की ये खबर खास तौर पर उन सभी लोगों के लिए एक राहत की खबरें जो MCLR से जुड़े लोन चुका रहे हैं हालांकि ये कटौती बहुत छोटी सी कटौती है। लेकिन लगातार घटती ब्याज दर से आने वाले समय में लोन लेना सस्ता बन सकता है।