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सौरभ हत्याकांड: मुस्कान और साहिल को क्या सज़ा होगी

Saurabh Hatyakand: What will be the punishment for Muskaan and Sahil: अपने नशेड़ी बॉयफ्रेंड (Sahil Shukla) के साथ मिलकर पति सौरभ राजपूत की हत्या (Meerut Saurabh Hatyakand) करने वाली मुस्कान रस्तोगी (Muskan Rastogi) के खिलाफ देश के लोगों में काफी गुस्सा है. मुस्कान और साहिल ने मिलकर सौरभ राजपूत को नींद की गोली खिलाकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी. उसके शरीर को ठिकाने लगाने के लिए दोनों ने उसके 4 टुकड़े किए और ड्रम में रखकर उसे सीमेंट से जमा दिया था. हत्या के बाद दोनों आरोपी मनाली घूमने चले गए थे.

कोर्ट ने Meerut Saurabh Hatyakand को रेयर ऑफ़ द रेयरेस्ट केस माना है. आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए लिए हमले में इस्तेमाल किए चाकू को भी सीमेंट से जमा दिया था. पुलिस को मृतक का शव भी मिल गया है, दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह भी कबूल लिया है और हथियार भी बरामद हो गया है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि सौरभ राजपूत हत्याकांड के आरोपियों को क्या सज़ा होगी?

मुस्कान और साहिल को क्या सज़ा होगी

पुलिस को कई लोगों के बयान मिले हैं. जैसे जिस दूकान से नींद की दवा खरीदी गई उसने भी अपना स्टेटमेंट दिया, जिससे ड्रम लिया गया वो भी बयान दे चुका है, चाक़ू बेचने वाले दुकानदार का भी बयान मिल गया है और जिस ट्रैवेल एजेंसी की मदद से दोनों आरोपियों ने मनाली जाने के लिए गाड़ी बुक की थी उसका भी स्टेटमेंट रिकॉर्ड हो गया है. इसके अलावा चैट्स, होटल बुकिंग की जानकारी , CCTV कैमरा की रिकॉर्डिंग सब कुछ पुलिस के हाथ लग चुका है.

एक्सपर्ट्स कहते हैं कि मुस्कान और साहिल दोनों को एक बराबर सज़ा मिलेगी। देश में आखिरी बार किसी का कत्ल करने पर सन 1979 में फांसी दी सज़ा दी गई थी. अब ऐसे मामलों में सिर्फ उम्रकैद की सज़ा होती है. मर्डर केस में क्रूरता या फिर रेयर केस में ही फांसी की सजा होती है.

रेयर ऑफ़ रेयरेस्ट मर्डर की कोई परिभाषा नहीं है. हर हत्या क्रूर ही होती है. मगर यह सुनवाई कर रहे जज पर निभर करता है कि वह इस हत्याकांड को रेयर मानते हैं या नहीं। जहाँ तक है कि दोनों आरोपियों को उम्रकैद की ही सज़ा सुनाई जाएगी।

श्रद्धा वॉकर केस भी रेयर था, लेकिन अबतक इस केस में कोर्ट ने कोई फैसला सुनाया ही नहीं, अपनी मृतक बेटी की तरफ से केस लड़ रहे श्रद्धा के पिता का भी न्याय की उम्मीद में निधन हो गया. अबतक कन्हैयालाल हत्या कांड के आरोपियों को भी सज़ा नहीं सुनाई गई न ही उमेश कोल्हे के मामले में कोई अंतिम फैसला आया. तो यह उम्मीद लगाना कि सौरभ सिंह को देश की अलादत जल्द से जल्द न्याय देगी यह नामुमकिन सा है.

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