Gross negligence in the name of mid-day meal in Satna: सतना जिले के नागौद विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला नई बस्ती उमरी में मिड-डे मील योजना की पोल खुल गई है। यहां न सिर्फ बच्चों को एक महीने से सब्जी तक नसीब नहीं हो रही, बल्कि खाना खाने के बाद उनसे झूठे बर्तन भी धुलवाए जा रहे हैं। इसका चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि छोटे-छोटे बच्चे अपनी प्लेटें लेकर लाइन में लगे हैं और खुद ही उन्हें रगड़-रगड़ कर धो रहे हैं। सरकारी नियमों के अनुसार बच्चों से किसी भी तरह का श्रम कराना सख्त मना है, लेकिन स्कूल प्रबंधन खुलेआम इसका उल्लंघन कर रहा है।
बच्चों ने बताया, “हमें कई-कई दिन सिर्फ दाल-चावल ही मिलता है। सब्जी तो करीब एक महीना पहले मिली थी।”
स्कूल की रसोइया ने भी माना कि पिछले एक महीने से सब्जी नहीं बनाई गई।मेन्यू में रोज दाल, चावल, रोटी, हरी सब्जी और मौसमी फल देने का प्रावधान है, लेकिन यहां तो सब्जी भी दुर्लभ हो गई है।
जब प्रभारी प्रधानाचार्य से इस बारे में पूछा गया तो वे कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए। वहीं जिला पंचायत सीईओ शैलेंद्र सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, “वीडियो संज्ञान में आया है। पूरी जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”अभिभावकों में भारी आक्रोश है और वे बच्चों के पोषण व अधिकारों की अनदेखी पर शिक्षा विभाग से तुरंत हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।
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