जबलपुर। भारत-पाकिस्तान के बीच चल रही तनातनी एवं हमले के बाद एमपी की आयुघ फैक्ट्री में काम बढ़ गया है। यहां सारंग और धनुष तोप के निर्माण में तेजी लाई गई है। आयुध फैक्ट्री ने लम्बे समय बाद फील्ड गन का निर्माण शुरू कर दिया है।
टैंक भी बनाए जाएगे
जो जानकारी आ रही है उसके तहत जीएसएफ 2300 करोड़ के आयुध निर्माण का लक्ष्य इस वर्ष ले रखा है। जिसमें से टैंक टी-70 और टैंक टी-92 को बनाने का काम भी कर रहा है, हांलाकि जीएसएफ फिलहाल सारंग और धनुष तोप के निर्माण और उसके प्रर्याप्त सप्लाई करने पर जोर दे रहा है। इसके साथ ही सैन्य उपयोग के सभी कलपुर्जा को भी तैयार किया जा रहा है।
15 वर्षो से किया जा रहा निर्माण
जानकारी के तहत साल 2010 से जीएसएफ सारंग तोप, धनुष तोप और एलएफसी का निर्माण कर रहा है। इसके साथ ही विभिन्य सैन्य साजों सामानों को भी यहां तैयार किया जाता है। यहां तैयार होने वाली धनुष तोप काफी उन्नत और महत्वपूर्ण हो गई है। धनुष तोप दूर तक एक दंम सटीक निशाना लगाने में सक्ष्म है। इतना ही नही यह तोप पहाड़ियों एवं आमने-सामने से युद्ध करने में माहिर है और यह सेना की ताकत मानी जाती है। इसी तरह सारंग तोप की अब मारक क्षमता बढ़ाई गई और यह 28 किलोमीटर से बढ़ाकर 32 किमी तक इसकी मारक क्षमता को बढ़ाया गया है।