Santa Claus: जिंगल बेल्स, जिंगल बेल्स, जिंगल आल द वे, सांता क्लॉस इस कमिंग अलोंग,राइडिंग डाउन थे वे. ये गाना सुनकर आपको किसकी याद आती है. उसी लम्बी दाढ़ी, मोटे पेट और लाल गाउन में एल्फ वाली बग्गी में घुमने वाले बूढ़े आदमी की? जिसे पूरी दुनिया प्यार से सांता क्लॉस बुलाती है. आज हम उसी सांता के बारे में एक ऐसी बात बताएंगे जिसे सुनकर आप भी बोल पड़ेंगे कि ‘हैं ऐसा भी हो सकता है क्या?’
दरअसल, हम आपको बता दें कि जिस लाल लिबाज़ वाले सांता के इंतज़ार में बच्चे रात में एक मोज़े में अपनी विश लिखकर सोते हैं, इस उम्मीद में की रात में चिमनी के रास्ते घर के अंदर आकर वो उनकी सॉक्स में रखे हुए लेटर को पढ़कर, उनकी विश पूरी करेगा और उन्हें बहुत सारे गिफ्ट्स देगा। असल में वो कभी थे ही नहीं। जी हां, आपने सही सुना। अब आप सोचेंगे कि जब ऐसा कुछ कभी था ही नहीं तो लाल कपड़े, लम्बी दाढ़ी, निकला पेट और जोर जोर से हसकर हो, हो कहने वाले व्यक्ति का कांसेप्ट आया कहां से?
सांता क्लॉस को किसने बनाया?
Who invented Santa Claus: आपको ये सुनकर हैरानी होगी कि पूरी दुनिया में सांता क्लॉस के नाम से प्रचलित इस बूढ़े आदमी की वेशभूषा को कोका कोला ने तैयार (Santa Claus Origin) किया है. ये सुनकर हैरानी हुई ना. लेकिन ये बात 100% सच है. दरअसल, साल 1931 में कोका कोला ने क्रिसमस के विज्ञापन के लिए इलस्ट्रेटर हैडन सुंडब्लॉम (Haddon Sundblom) को सांता क्लॉस का एक रूप तैयार करने के लिए हायर किया था. जिसके बाद इलस्ट्रेटर हैडन ने सांता को इमेजिन करते हुए ऐसे आदमी का रूप तैयार किया जो बूढ़ा, लम्बी दाढ़ी, मोटी आइब्रो, बड़ी-बड़ी आँखों वाला, एक लाल लबेदा पहनने वाला और जोर-जोर से हँसता था.
हैडन को प्रेरणा कहां से मिली?
Santa Claus Story: हैडन को सांता क्लॉस को अस्तित्व में लाने की प्रेरणा एक कविता से मिली जिसे साल 1822 में लिखा गया था. उस कविता का नाम “A Visit from St. Nicholas” था, जो “Twas the Night Before Christmas.” के नाम से मशहूर है और इसके लेखक Clement Clark Moore हैं.
हम क्रिसमस के लिए एक्ससाइटेड बच्चों को मायूस तो नहीं करना चाहते लेकिन 25 दिसंबर की रात को वह जिस सांता के आने की उम्मीद करते हैं वो सिर्फ कोका कोला के विज्ञापन के लिए बनाया गया एक चित्र था.