तमिलनाडु के चीफ मिनिस्टर एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की डेंगू, मलेरिया और कोरोना से तुलना करते हुए इसे खत्म करने की बात कही, केस दर्ज होने के बाद भी माफ़ी नहीं मांगी
Udhayanidhi Stalin Video On Sanatan Dharma: बीते 800 वर्षों से दुनिया की सबसे पुरानी संस्कृति, सबसे प्राचीन धर्म और सबसे पहली सभ्यता ‘सनातन’ को खत्म करने के लिए कभी खिलजियों, मुगलों, फिरंगियों, वामपंथी सरकारों ने क्या कुछ नहीं नहीं किया? सनातन धर्म का पालन करने वालों का कत्लेआम हुआ, कभी तलवार की नोक पर तो कभी आटे-चावल की बोरी बांटकर लोगों का धर्म परिवर्तन किया गया. वर्ण व्यवस्था को जातिवाद बताकर सनातनियों को बरगलाया गया, सामाजिक बहिष्कार किया गया, सनातनी देवी-देवताओं का अपमान किया, उन्हें पिछड़ा बताया गया लेकिन इन तमाम कोशिशों के बाद भी सनातन धर्म के अस्तित्व पर कोई संकट नहीं आया.
जब खिलजी, मुगल, अंग्रेज और वामपंथी-अलगाववादी सनातन धर्म का कोई बिगाड़ नहीं सके तो एक राज्य के मुख्य मंत्री के बेटे की क्या मजाल जो इस महान सभ्यता को ख़त्म कर दे?
तमिलनाडु के मुख्य मंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) ने सनातन धर्म की मलेरिया, डेंगू और कोरोना से तुलना करते हुए इसे जड़ से खत्म करने जैसा विवादित बयान दिया है. उदयनिधि स्टालिन ने हिन्दू धर्म को मानाने वाले करोड़ों लोगों की आस्था को ठेंस पहुंचाने का काम किया है. उन्होंने यह जहरीला बयान चेन्नई में हुए ‘सनातन उन्मूलन कार्यक्रम में दिया है.
Udhayanidhi Stalin ने चेन्नई में हुए सनातन उन्मूलन कायक्रम में ही सनातन धर्म को खत्म करने जैसी वाहियात बात कह दी. उन्होंने अपनी नफरती जुबान से कहा-
सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है.”
ऐसा विवादित बयान देने के बाद भी उदयनिधि स्टालिन ने कोई माफ़ी नहीं मांगी, बल्कि रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर दोबारा से सनातन धर्म को लेकर अनर्गल बातें कहीं
उन्होंने कहा- ‘मैं फिर से कह रहा हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और सनातन धर्म को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। ये बात मैं लगातार कहूंगा। कुछ लोग बचकाना व्यवहार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मैंने नरसंहार के लिए आमंत्रित किया है। कुछ लोग द्रविड़म को भी समाप्त करने की बात करते हैं। क्या इसका मतलब यह है कि DMK वासियों को भी मार दिया जाना चाहिए?’
उदयनिधि स्टालिन के इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने तो आलोचना की है साथ ही कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने भी स्टालिन के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग उठाई है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा-
बीजेपी के विरोध के बीच कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने उदयनिधि के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा,
“सनातन धर्म और कुछ नहीं बल्कि एक जाति प्रभुत्व समाज का कोड है. जो भी लोग इसका समर्थन कर रहे हैं वे पुराने दिनों को वापस चाहते हैं. जाति भारत के लिए श्राप है. तमिलनाडु के आम बोलचाल में सनातन धर्म का मतलब है- जाति प्रधान समाज, (जिसमें एक जाति का दूसरे के ऊपर प्रभुत्व है). ऐसा क्यों है कि जो लोग सनातन धर्म का समर्थन कर रहे हैं, वे खास वर्ग से आते हैं जो इस ‘प्रभुत्व’ का लाभ उठाने वाले हैं. किसी के खिलाफ ‘नरसंहार’ की बात नहीं कही गई थी, इसे गलत तरीके से बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जा रहा है.”
कांग्रेस ने कहा- हम इसकी जिम्मेदारी नहीं लेते
तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर जो विवादित बयान दिया उससे कांग्रेस ने पल्ला झाड़ लिया। DMK नेता स्टालिन कांग्रेस के बनाए विपक्षी एकता गठबंधन I.N.D.I.A के सदस्य हैं, I.N.D.I.A में विभिन्न विचारधारा वाली पार्टियां हैं जो एक होने का दावा कर रही हैं. लेकिन जब DMK नेता ने सनातन को लेकर ऐसा घटिया बयान दिया तो कांग्रेस ने खुद को निकारे कर लिया और कहा कि हम किसी के बयान की जिम्मेदारी नहीं लेते हैं.