Sambhal Violence Chargesheet: उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) जिले में 24 नवंबर 2024 को शाही जामा मस्जिद (Shahi Jama Masjid) के सर्वे के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क (Ziaur Rahman Barq) सहित 23 लोगों के खिलाफ चंदौसी (Chandausi) की एमपी/एमएलए कोर्ट (MP/MLA Court) में 1200 पेज की चार्जशीट दाखिल की है। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे।
पिछले साल 24 नवंबर को संभल (Sambhal) में शाही जामा मस्जिद (Shahi Jama Masjid) के एएसआई सर्वे (ASI Survey) के बाद हिंसा भड़क उठी थी। यह सर्वे सिविल कोर्ट (Civil Court) के आदेश पर हुआ था, जिसके पीछे महंत ऋषि राज गिरि महाराज (Mahant Rishi Raj Giri Maharaj) की याचिका थी। याचिका में दावा किया गया था कि मस्जिद का निर्माण 1529 में बाबर (Babur) ने हरिहर मंदिर (Harihar Temple) को तोड़कर करवाया था। सर्वे के विरोध में भीड़ ने पथराव और आगजनी की, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।
चार्जशीट में आरोप:
विशेष जांच दल (SIT) ने अपनी जांच में पाया कि जियाउर्रहमान बर्क (Ziaur Rahman Barq) और सुहैल इकबाल (Suhail Iqbal), जो एक सपा विधायक (SP MLA) के बेटे हैं, ने हिंसा से पहले लोगों को भड़काया। चार्जशीट में इन पर भीड़ जुटाने, प्रशासनिक कार्य में बाधा डालने, और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है। पुलिस ने 100 से ज्यादा गवाहों के बयान, डिजिटल साक्ष्य, और फॉरेंसिक सबूतों के आधार पर यह चार्जशीट तैयार की है। कोतवाली संभल (Kotwali Sambhal) पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR के तहत यह कार्रवाई हुई।
पुलिस का बयान:
संभल पुलिस (Sambhal Police) ने कहा, “कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, चाहे वह सांसद ही क्यों न हो। जियाउर्रहमान बर्क (Ziaur Rahman Barq) और अन्य आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। हम दोषियों को सजा दिलवाएंगे।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी इस मामले में सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद एसआईटी (SIT) ने तेजी से जांच पूरी की।
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने इस कार्रवाई को “राजनीतिक बदला” करार दिया। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट किया, “संभल (Sambhal) में निर्दोषों को फंसाया जा रहा है। यह बीजेपी (BJP) की साजिश है।” वहीं, बीजेपी (BJP) ने कहा कि योगी सरकार (Yogi Government) कानून-व्यवस्था में कोई ढिलाई नहीं बरतेगी। केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कहा, “हिंसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
हिंसा में मारे गए चार लोगों के परिजनों ने न्याय की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शाही जामा मस्जिद (Shahi Jama Masjid) का मुद्दा संवेदनशील है, और इसे सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण बातचीत की जरूरत है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने जियाउर्रहमान बर्क (Ziaur Rahman Barq) के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया, जबकि कुछ ने इसे “मुस्लिम समुदाय” (Muslim Community) को निशाना बनाने की कोशिश बताया।
चंदौसी कोर्ट (Chandausi Court) अब इस चार्जशीट पर सुनवाई करेगी। पुलिस ने कहा कि अन्य संदिग्धों की जांच जारी है, और जल्द ही पूरक चार्जशीट दाखिल की जा सकती है। संभल (Sambhal) में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पुलिस और पीएसी (PAC) की तैनाती बढ़ा दी गई है।