पूर्व विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी ने जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचकर ससुराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. साक्षी ने 5 साल पहले अपने घरवालों के खिलाफ जाकर एक दलित युवक से लव मैरिज की थी.
उत्तरप्रदेश के बरेली जिले के पूर्व विधायक राजेश मिश्रा उर्फ़ पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी मिश्रा ने जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचकर ससुराल पक्ष पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. पुलिस को दिए शिकायती पत्र में साक्षी ने बताया कि उसके ससुराल वाले उसे दहेज़ के लिए प्रताड़ित करते हैं और मारपीट भी करते हैं. ससुराल में रोज दहेज़ के लिए ताने मारकर उसे मेंटली टॉर्चर किया जा रहा है.
फ़िलहाल पुलिस ने जांच के आदेश दिए हैं. लेकिन इस घटनाक्रम के चलते पूर्व विधायक की बेटी साक्षी एक बार फिर सुर्ख़ियों में आ गई हैं. जिन्होंने घरवालों के खिलाफ जाकर एक दलित युवक से लव मैरिज की थी.
बता दें कि साक्षी मिश्रा 3 जुलाई 2019 को अपने विधायक पिता राजेश मिश्रा के घर से भाग गई थीं. राजेश मिश्रा उस समय बिथरी-चैनपुर विधानसभा सीट से विधायक थे. साक्षी ने परिजनों की मर्जी के खिलाफ जाकर दलित लड़के अजितेश से शादी कर ली थी. शादी के एक हफ्ते बाद 10 जुलाई को साक्षी और अजितेश ने विधायक परिवार से जान के खतरे का आरोप लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।
उसके बाद 11 जुलाई को साक्षी मिश्रा ने और वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने अपने पिता राजेश मिश्रा, भाई विक्की और पिता के करीबी राजीव राणा से जान का खतरा बताया था. ये दोनों वीडियो काफी वायरल हुए, जिसके बाद मामले ने काफी तूल पकड़ा। हालांकि विधायक राजेश मिश्रा ने बेटी के आरोपों का खंडन किया था.
जानें विधायक राजेश मिश्रा उर्फ़ पप्पू भरतौल के बारे में
पप्पू भरतौल भाजपा नेता हैं. वह 2017 में विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से बिथरी-चैनपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. हालांकि 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था. उनकी जगह डॉ. राघवेंद्र शर्मा को चुनाव लड़ाया गया था.
बेटी साक्षी मिश्रा के प्रकरण से पप्पू भरतौल की किरकिरी हुई थी. उनकी छवि को काफी नुकसान हुआ था, जो उनके राजनीतिक करियर में बाधा बन गया था. टिकट कटने के बाद पप्पू भरतौल ने फेसबुक पर भावुक पोस्ट किया था. उन्होंने लिखा था कि ‘रामराज्य में जनक हार गया’.