S Jaishankar Insult Video: अमेरिका के प्रसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से जुड़ा एक वीडियो भारत में काफी वायरल हो रहा है. जिसे लेकर यह दावा किया जा रहा है कि ट्रंप की ओथ सेरेमनी के दौरान भारत के विदेश मंत्री का अपमान किया गया, उन्हें सामने से हटने के लिए कहा गया. इस वीडियो को लेकर शेयर कर रहे हैं और ये कह रहे हैं कि भारत के विदेश मंत्री ने ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में जाकर अपनी और भारत की बेज्जती करवा ली.
क्या विदेश मंत्री जयशंकर का अपमान हुआ
गौरतलब है कि पहले ये अफवाह उड़ाई जा रही थी कि डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को शपथ ग्रहण का न्योता नहीं भेजा, जब निमंत्रण आया तो यह कहा गया कि विदेश मंत्री ने मोदी की जगह अपने लिए इन्विटेशन ले लिया, और जब जयशंकर ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में गए तो यह दावा किया जाने लगा कि वहां उन्हें पीछे की लाइन में खड़े होने के लिए कहा गया और उनका अपमान किया गया.
हमने भी इस वीडियो की पड़ताल की, कुछ पोस्ट और न्यूज़ आर्टिकल्स देखे, जहां पता चला कि ट्रंप के शपथ ग्रहण में दिखाई दे रही वो महिला एस जयशंकर से नहीं बल्कि उस कैमरा मैन से बात कर रही थी जो सामने की रौ में खड़े मेहमानों के सामने आकर तस्वीरें खींच रहा था. हैरानी की बात ये है कि भारत के विदेश मंत्री के बारे में ऐसी अफवाह भारतीय उड़ा रहे हैं खैर विदेश मंत्री एस जयशंकर ट्रंप की शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहली लाइन में बैठे थे, इस बारे में विदेश मंत्री ने भी X में पोस्ट करते हुए यह जानकारी दी, एस जयशंकर ने कहा कि ये एक बहुत बड़ा सम्मान था कि मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
जयशंकर सबसे पहली लाइन में बैठे थे
ऐसा कहा जा रहा है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर को पहली लाइन में बैठाने का अर्थ भारत और अमेरिका के रिश्ते को दर्शाता है कि भारत अमेरिका के लिए बहुत महत्त्व रखता है. देखा जाए तो जापान के विदेश मंत्री को तीसरी लाइन दी गई थी, उनके अलावा भी कई विदेशी डेलीगेट्स पीछे की लाइनों में बैठे हुए थे। ऐसे में लोगों का कहना है कि जयशंकर को फर्स्ट रो में देखकर एंटी इंडिया गैंग को नींद नहीं आएगी
बता दें कि इस दौरान जयशंकर ने भारतीय मूल के काश पटेल से भी मुलाकात की जिन्हे ट्रंप ने FBI का डायरेक्टर बनाया है, इसके अलावा उन्होंने विवेक रामास्वामी, अर्जेंटीना के प्रेजिडेंट सहित अन्य विदेशी राजनेताओं से चर्चा की, साथ ही जापान के विदेश मंत्री ताकेशी ईवाया के साथ द्विपक्षीय बैठक की है.
कब होगी Modi-Trump की मुलाकात
बात करें पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात की तो ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि डोनाल्ड ट्रंप 100 दिन के अंदर कैसे देशों में प्रधान मंत्रियों और राष्ट्रपतियों से वन ऑन वन मीटिंग करने वाले हैं. भारत के साथ अपने रिश्तों को और मजबूत करने के लिए ऐसी बैठक जरूरी समझी जा रही है. इसके अलावा दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की दूसरी बैठक भारत में भी होगी जब भारत इसी साल QUAD समिट आयोजित कराएगा। वैसे पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप के लिए एक खत भी भेजा है और X पर उन्हें बधाई भी दी है।