Russia Ukraine War: 2022 से ही रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य संघर्ष चल रहा है। अब यह सैन्य संघर्ष केवल दो देशों का संघर्ष नहीं बल्कि वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था, ऊर्जा आपूर्ति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित करने वाला मुद्दा भी बन गया है। इस युद्ध की वजह से वैश्विक शांति भी खतरे में आ रही है। रूस और यूक्रेन का युद्ध अब केवल एक आम युद्ध नहीं रहा बल्कि इसके प्रभाव काफी दूरगामी होने वाले हैं। यह विश्व के हर देश को किसी ने किसी रूप में नुकसान पहुंचाने वाला है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा विपरीत प्रभाव(russia ukraine war and world economy)
रूस और यूक्रेन के बीच यदि इसी तरह युद्ध चलता रहा तो आने वाले समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरी तरह से गिर जाएगी। कोरोना महामारी से निपट कर विश्व फिर से आर्थिक संकट से बाहर निकल ही रहा है ऐसे में इस युद्ध की वजह से अन्य देशों को ऊर्जा संकट का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि रूस विश्व का एक प्रमुख तेल और प्राकृतिक गैस उत्पादक देश है। यदि रूस में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध स्थिति और ज्यादा विकट हो गई तो दुनिया भर के सभी देशों को ईंधन की कीमतों का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ेगा।
रूस और यूक्रेन में चलने वाले युद्ध की वजह से महंगाई भी बढ़ेगी और खाद्य सुरक्षा संकट भी आएंगे। युद्ध की वजह से यूक्रेन अनाज निर्यात नहीं कर पाएगा जिससे अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के बड़े देशों में खाद्य संकट उत्पन्न होगा वही खाद्यान्न सामग्री के दामों में वृद्धि होगी और भुखमरी का खतरा भी बढ़ेगा।
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नाटो देश हो गए हैं एकजुट( NATO countries united)
इसके अलावा इस युद्ध की वजह से नाटो देश एकजुट हो गए हैं जिसकी वजह से स्वीडन और फिनलैंड जैसे देश भी अब नाटो में सम्मिलित हो चुके हैं। अमेरिका यूक्रेन(america with ukraine) को हथियार और सहायता दे रहा है। वहीं चीन और रूस के संबंधों (china with russia) में एक बार फिर से निकटता देखी जा रही है। कुल मिलाकर विश्व राजनीति में ध्रुवीकरण हो रहा है। दो गुटों में दुनिया बटती जा रही है जिसके चलते आने वाले समय में यह युद्ध विकराल रूप भी लगा साथ ही रूस के पास परमाणु हथियारों (russia nuclear super power)का अंबार है जो वो कभी भी इसतेमाल कर सकता है।
जानकारी के लिए बता दे सभी नाटो देशों को मिलाने के पश्चात जितने परमाणु हथियार इकट्ठा होते हैं उससे कई ज्यादा हथियार अकेले रूस के पास है। रूस हथियारों की क्षमता में काफी सशक्त देश है। यदि रूस ने यूक्रेन पर परमाणु हमला कर दिया या यूक्रेन को अमेरिका द्वारा मिलने वाले सपोर्ट की वजह से रूस ने अमेरिका के खिलाफ कोई कार्यवाही कर दी तो इसकी वजह से दुनिया भर में विकट संकट गहराने लगेगा और इन सारी गलतियों का खामियाजा भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को भुगतना पड़ेगा।