पेरिस ओलंपिक्स 2024 में बुधवार की सुबह भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगट को फाइनल मैच से डिसक्वालिफाई करने के बाद पूरा भारत देश हताश है, साथ ही इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गयी है। विपक्ष का कहना है की विनेश की इस डिसक्वॉलिफिकेशन पर बीजेपी का हाथ है। इस मुद्दे पर गुरुवार को राज्यसभा पर जमकर हंगामा हुआ और इसी के चलते कई विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट भी कर दिया, इस बात पर सभापति जगदीप धनखड़ भी काफी आहत हुए।
दरसअल विपक्षी नेता इस मुद्दे को बीजेपी पर आरोप लगाने का काम कर रहे हैं। विनेश फोगट संग कई रेसलर बीजेपी नेता ब्रजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। ब्रजभूषण पर महिला पहलवानो के साथ यौन शोषण का आरोप लगा था। जिसको लेकर भारतीय पहलवानो ने जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया था क्यूंकि बृजभूषण सिंह बीजेपी नेता है इस लिए विपक्ष ऐसा आरोप लग रही है की विनेश फोगट को इसी कारण जानबूझ कर षड़यंत्र कर के तहत विनेश को बाहर करवाया गया है।
इस आरोप को लेकर विपक्षी सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मुद्दे पर बात करने की अनुमति मांगी तो सभापति जगदीप धनकड़ ने साफ़ मना कर दिया उनके बाद टीएमसी के सांसद डेरेक ओब्रायन ने भी इस मुद्दे को उठाने की कोशिश पर धनखड़ ने उन्हें बाहर करने की चुनौती देकर शांत करवा दिया।
सभापति ने क्या कहा?
राज्यसभा सभापति ने सांसदों ने अनुरोध करते हुए कहा- की विनेश को फाइनल से निकले जाने पर सारा देश दुखी है तो इस विषय पर राजनीतिकरण मत करो। विनेश को वो सब दिया जायेगा जो एक पदक विजेता को दिया जाना चाहिए हम उन्हें पूरी सहायता देंगे। आप लोग इस विषय पर राजनीति मत करिये।
विपक्षी सांसदों ने किया वाकआउट ;
जगदीप धनखड़ की इस बात को सुन कर विपक्षी सांसद वॉकआउट करते हुए सदन से बाहर चले गए।
धनखड़ भड़क उठे ;
विपक्षी सांसदों को देख कर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ बहुत ही आहात हो गए जिसके बाद नाराज़ होकर उन्होंने कहा- ”माननीय सदस्यगण, इस पवित्र सदन को अराजकता का केंद्र बनाना, भारतीय प्रजातंत्र के ऊपर कुठाराघात करना है, अध्यक्ष की गरिमा को धूमिल करना, शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण माहौल पैदा करना, ये अमर्यादित आचरण नहीं है, बल्कि ये हर सीमा को लांघित करने वाला आचरण है।”