RSS Reaction on Aurangzeb : महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के विधायक अब्बू आदमी के मुंह से औरंगजेब की निकली प्रशंसा पर भाजपा की सरकार ने विरोध का मुद्दा बनाया। उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार और राजस्थान विधानसभा में औरंगजेब का मुद्दा खूब गूंजा। भाजपा नेताओं ने औरंगजेब की क्रूरता से लेकर उसकी कब्र तक सवाल खड़े कर दिए। लेकिन अब आरएसएस संघ ने औरंगजेब मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। आरएसएस संघ की ओर से यह कहा गया है कि औरंगजेब मुद्दा अप्रासंगिक है। यानी कि औरंगजेब से जुड़े मामलों को देश में मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है।
RSS ने ‘औरंगजेब’ पर दिया बयान | RSS Reaction on Aurangzeb
भारत में आरएसएस एक ऐसा संघ है जो हिंदुओं के हितों की बात करता है। लेकिन इस बार आरएसएस संघ ने कट्टरपंथी भावना को त्याग कर देश के हित को लेकर अच्छी पहल की है। दर्शन महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर उठ रहे विवाद पर आरएसएस प्रवक्ता सुनील अंबेडकर ने बयान जारी किया है। जिसमें सुनील अंबेडकर ने कहा है, “औरंगजेब का मामला अब प्रासंगिक नहीं है। किसी भी प्रकार की हिंसा समाज के लिए ठीक नहीं है। ” इससे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत भी कई बार कह चुके हैं कि मंदिर-मस्जिद का विवाद अब खत्म होना चाहिए।
उद्धव ठाकरे के सवाल पर RSS का आया Reaction
बता दें कि आरएसएस संघ की ओर से यह बयान तब आया, जब विपक्ष दलों के गठबंधन महा विकास आघाडी के शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आरएसएस पर सवाल खड़े किये। विद्या मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने कहा था कि नागपुर में हिंसा के पीछे वही हो सकता है, जिसका वहां पर गढ़ हो। उधर उठाकर आगे कहा था कि नागपुर आरएसएस का गढ़ है वहां पर RSS की सत्ता चलती है, क्योंकि संघ का कार्यालय भी वहीं है। उद्धव ठाकरे के इस बयान के बाद ही रस की ओर से प्रतिक्रिया जारी की गई है।
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औरंगजेब मुद्दे पर नागपुर में भड़की थी हिंसा | Nagpur Voilence
दरअसल, नागपुर में मराठा हिंदू समाज ने औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की है। इस बीच नागपुर में उपाध्याय द्वारा हिंसा भी देखने को मिली, जिसमें जगह-जगह पर आगजनिक की घटनाएं सामने आई। इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने भी औरंगजेब मुद्दे पर बयान देकर खूब पर चढ़ाया। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने तो यह तक कह दिया कि राज्य में औरंगजेब की प्रशंसा करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महाराष्ट्र में केवल शिवाजी महाराज की प्रशंसा की जा सकती है। इसके बाद इस विवाद ने और भी बड़ा रूप ले लिया।
औरंगजेब की कब्र पर घमासान जारी | Aurangzeb controversy
वहीं दूसरी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने औरंगजेब की कब्र को लेकर आक्रामक बयान देने शुरू कर दिए हैं। उधर, पुलिस ने भी नागपुर हिंसा के जिम्मेदारों को ढूंढकर गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज एक एफआईआर के तहत पुलिस हिंसा के मास्टरमाइंड अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के नेता फहीम खान को गिरफ्तार कर लिया है। फहीम खान पर आरोप है कि उसने करीब 500 लोगों की भीड़ को इकट्ठा कर कर नागपुर में हिंसा करवाई थी।
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