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बढ़ते प्रदुषण से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा! कुछ बाते समझना हम सबके लिए जरुरी

How pollution is increasing the risk of stroke

How pollution is increasing the risk of stroke

How pollution is increasing the risk of stroke: गन्दी हवा न सिर्फ सांस की बीमारी, बल्कि स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ाती हैं. जानकार कहते हैं ज्यादा समय तक प्रदूषण में रहना वैसा ही है, जैसे सिगरेट पीना। कैसे आइये चर्चा करते हैं.

Disadvantages of pollution अक्टूबर से लेकर दिसंबर। ये तीन महीने अपने साथ जितना बढ़िया मौसम लता है, उतनी ही ख़राब हवा (Air Pollution) भी. जितना बड़ा शहर प्रदूषण की समस्या उतनी ज्यादा दिल्ली, मुंबई, पुणे, या लखनऊ का हाल क्या है किसी से छीपा नहीं है. एक बार अपने फोन पर अपने शहर AQI चेक करिए। एयर क्वालिटी इंडेक्स ये आपके शहर में प्रदूषण का स्तर बताता है. इस समय भारत के हर शहर में प्रदुषण का स्तर बहुत ख़राब है. लोगों को साँस लेने में परेशानी हो रही है. सर्दी, खांसी, एलर्जी की समस्या है. जिन लोगों को अस्थमा या सांस की समस्या है. उनका तो और भी बुरा हाल.

स्मॉग,प्रदूषण केवल सांस की बीमारी का नहीं, बल्कि स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ाते हैं. जानकार कहते हैं ज्यादा समय तक प्रदूषण में रहना वैसा ही है, जैसे सिगरेट पीना। कैसे, इस आर्टिकल में हम इसी पर बात करेंगे।

स्ट्रोक किन कारणों से होता है?

प्रदूषण कैसे स्ट्रोक के ख़तरे को बढ़ा रहा है?

अगर किसी को अचानक दौरा पड़े तो क्या करें?

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