RG Kar Rape Case Sanjay Roy : ट्रेनी डॉक्टर को मिला इंसाफ, संजय रॉय पर आरोप सिद्ध, बोला – मुझे फंसा दिया

RG Kar Rape Case Sanjay Roy : ट्रेनी डॉक्टर को मिला इंसाफ, संजय रॉय पर आरोप सिद्ध, जानिए फांसी या होगी उम्रकैद 

RG Kar Rape Case RG Kar Rape Case : देश भर में आक्रोश भरने वाले मामले में कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर को आखिर हाई कोर्ट ने इंसाफ दे दिया। अदालत ने ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार के बाद बेरहमी से हत्या करने वाले हत्यारे संजय रॉय को दोषी करार दिया है। अब 20 जनवरी को अदालत संजय रॉय को सजा सुनाएगी। 

अदालत में संजय रॉय दोषी सिद्ध 

शनिवार को महिला डॉक्टर के साथ बर्बरता करने वाले आरोपी संजय रॉय के मामले में कलकत्ता की सियालदह अदालत ने सुनवाई की। अदालत में आज संजय रॉय पर बलात्कार व हत्या का दोष सिद्ध हो गया है। मामले की सुनवाई कर रही सियालदह अदालत के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिर्बान दास ने कहा कि वह इस मामले में सोमवार को सजा सुनाएंगे।

162 साल बाद कोर्ट सुनाया फैसला 

इस मामले में मृतिका डॉक्टर को इंसाफ मिलने में काफ़ी वक़्त लग गया। मृतिका को इंसाफ दिलाने के लिए देश भर में लम्बा विरोध प्रदर्शन हुआ। 9 अगस्त 2024 को ट्रेनी डॉक्टर के साथ बर्बरता की घटना सामने आई थी। इस घटना से सभी का दिल दहल गया था। अब कलकत्ता की सियालदह अदालत ने 162 दिन बाद हत्यारे संजय रॉय पर फैसला सुनाया।

फांसी या उम्रकैद, क्या होगी संजय रॉय की सजा 

अदालत में आरोपी संजय रॉय को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 64, 66 और 103(1) के तहत बलात्कार और हत्या का दोषी पाया गया है। इसके तहत दोषी को कम से कम आजीवन कारावास और अधिकतम फांसी की सजा के प्रावधान हैं।  न्यायाधीश ने कहा, “संजय रॉय को प्रशिक्षु चिकित्सक का यौन उत्पीड़न करने और उसकी गला घोंटकर हत्या करने का दोषी पाया गया है और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उसके खिलाफ सभी आरोप साबित कर दिए हैं।”

संजय रॉय – मुझे फंसाया गया 

अदालत में दोषी करार दिए जाने के बाद संजय रॉय ने अदालत के से कहा कि उसे फंसाया गया है। उसने अपना बचाव करते हुए कहा कि उसने हत्या नहीं की। संजय रॉय ने कहा, ‘‘मैं रुद्राक्ष की माला पहनता हूं और अगर मैंने अपराध किया होता तो वह टूट जाती।’’

सोमवार को कोर्ट सुनाएगी सजा 

अदालत दोषी संजये रॉय को सोमवार को सजा सुनाएगी। कोर्ट के फैसले के बाद रॉय को कड़ी निगरानी में अदालत कक्ष से प्रेसीडेंसी सुधार गृह ले जाया गया है। पुलिस ने मीडियाकर्मियों को रॉय से बातचीत करने से भी रोक दिया। रॉय की गिरफ्तारी 10 अगस्त को हुई थी। 

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