Rewa police released the accused of theft: मध्य प्रदेश में सिवनी कांड के बाद अब रीवा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। नेहरू नगर स्थित सोनी परिवार के घर सोने की बिस्किट सहित अन्य सामग्री की चोरी के मामले में पुलिस ने आरोपियों को थाने में ही समझौता कराकर रिहा कर दिया है, जिससे विवाद खड़ा हो गया है।
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जानकारी के अनुसार, सोनी परिवार के घर चोरी की घटना के बाद पुलिस ने विश्वकर्मा नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर चोरी की सामग्री खरीदने वाले अन्य आरोपी को भी पकड़ लिया गया। सामान बरामद होने के बाद सभी को छोड़ दिया गया। थाना प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि चोरी करने वाले सोनी परिवार के ही दो नाबालिग थे, जिन्होंने चोरी की सामग्री 70 हजार रुपये में बेच दी और राशि पिज्जा व अन्य खर्चों में उड़ा दी। मामला खुलने पर दोनों पक्षों ने कोई केस दर्ज न कराने का समझौता किया, इसलिए विश्वकर्मा समेत सभी को रात में ही रिहा कर दिया गया।
हालांकि, पुलिस की इस पूरी प्रक्रिया पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। सिवनी कांड की यादें ताजा होने के कारण लोगों में पुलिस की मंशा पर शक पैदा हो गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐसे मामलों में नाबालिगों को सुधार के अवसर देने के बजाय उचित कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग उठ रही है, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। पुलिस ने फिलहाल कोई अतिरिक्त टिप्पणी नहीं की है।