Rewa Nitin Dog Bite Case : रीवा शहर की हर गली हर मोहल्लों में जानलेवा बीमारी घूम रही है जिसका नाम है ‘रेबीज’. Rabies का कोई इलाज नहीं है अगर सही समय पर, सही इलाज न मिले तो मौत को टालने का कोई विकल्प नहीं है.
शहर में घूम रहे आवारा कुत्ते इंसानों को रेबीज वायस से संक्रमित कर रहे हैं और उनकी जान ले रहे हैं. अगर कोई रेबीज से संक्रमित हो जाए तो उसे भगवान भी न बचा पाए, इलाज नामुमकिन है लेकिन इसे होने से रोकना नामुमकिन नहीं है.
पिछले महीने ही 8 जुलाई को नितिन नट नामक 14 साल के बच्चे की रेबीज से मौत हो गई, बिछिया अस्पताल में उसे वैक्सीन भी लगी लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ.
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यानी सरकारी अस्पताल की वैक्सीन भी असरदार साबित नहीं हुई. मगर नितिन की जान बच सकती थी, अगर नगर निगम का डॉग केचर दस्ता ईमानदारी से काम करता, आवारा कुत्तों को इंसानी बस्ती में रहने ही न देता तब.
लेकिन बदकिस्मती से प्रशासन तब जागता है जब किसी की मौत होती है. हद तो ये है कि नगर निगम की नींद इस घटना के बाद भी नहीं खुली, वे टेंडर का इंतजार कर रहे हैं.
अब उन्हें कौन समझाए कि रेबीज लिए कुत्तों को किसी टेंडर का इंतजार नहीं है. कुत्ते अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं, लोगों को काटकर उन्हें संक्रमित कर रहे हैं.