Fed up with land dispute woman sets herself on fire: रीवा। चोरहटा थाना क्षेत्र के ग्राम जोन्हि में शुक्रवार देर रात एक 56 वर्षीय महिला उमा त्रिपाठी ने जमीन विवाद में बार-बार न्याय न मिलने से आहत होकर घर के बाहर खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। मौके पर ही उनकी जलकर मौत हो गई। मृतका के बेटे प्रतिमन त्रिपाठी ने बताया, “2010 से हमारी जमीन पर रिश्तेदारों ने कब्जा कर रखा है। 2011 में तत्कालीन कलेक्टर ने स्पष्ट आदेश दिए थे कि अतिक्रमण हटाया जाए, लेकिन 14 साल बाद भी पटवारी और राजस्व निरीक्षक ने कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा हमें ही दबाव में लिया जाता था। मां मानसिक रूप से पूरी तरह टूट चुकी थीं।”
6 घंटे तक शव नहीं उठाने दिया, अस्पताल में भी हंगामा
आत्मदाह की खबर फैलते ही गांव में भारी आक्रोश फैल गया। गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस को घेर लिया और करीब 6 घंटे तक शव नहीं उठाने दिया। अंततः CSP रितु उपाध्याय मौके पर पहुंचीं और कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद शव पोस्टमॉर्टम के लिए संजय गांधी अस्पताल भेजा गया। अस्पताल परिसर में भी परिजनों ने जमकर हंगामा किया।
परिजनों की मांग
- दोषी पटवारी, RI और अतिक्रमणकारियों पर तुरंत FIR
- 14 साल से लटके मामले में सिस्टम की लापरवाही की उच्चस्तरीय जांच
- जिम्मेदार अधिकारियों का निलंबन
प्रशासन का पक्ष CSP रितु उपाध्याय ने कहा
“मामला राजस्व से जुड़ा है। जमीनी विवाद से आहत होकर महिला ने यह कदम उठाया। पूरी घटना की गहन जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई होगी। परिजनों को समझाया गया है।”राजस्व अधिकारियों ने परिजनों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मामला विचाराधीन है और कोई लापरवाही नहीं बरती गई। फिलहाल मर्ग कायम कर लिया गया है। परिजन अभी भी अस्पताल परिसर में डटे हैं और लिखित कार्रवाई होने तक अंतिम संस्कार से इनकार कर रहे हैं। गांव में तनाव बना हुआ है।
