रीवा। बघेलखंड की संस्कृति को सहेजने और संवारने के लिए रीवा के उपरहटी स्थित किला मैदान में फाग महोत्सव का आयोजन 10 अप्रैल को किया जा रहा है। रीवा के पूर्व मंत्री मध्य प्रदेश शासन एवं महाराजा पुष्पराज सिंह ने बताया कि इस फाग महोत्सव में न सिर्फ रीवा के बल्कि बघेलखंड के क्षेत्र में आने वाले उमरिया, शहडोल, सतना, सीधी आदि जिलों से भी लोककलाकर अपनी फ़ाग़ मंडली लेकर पहुच रहे है। वे इस प्रतियोगी फाग महोत्सव में अपनी प्रस्तुती देगे और विजेता फाग मंडली को रीवा किला की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होने कहां कि यह ऐसी लोक कला है जिसमें फाग प्रेमी का उत्साह अपने आप में निराला होता है। श्री सिंह ने बताया कि किला परिसर में विगत कई वर्षो से इस फाग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उसी के तहत इस वर्ष भी यह प्रतियोगी फाग महोत्सव गुरूवार को सुबह 10 बजे से शुरू हो जाएगा और शाम 6 बजे तक यह पूरा कार्यक्रम आयोजित होगा।
देशी वाद्य यंत्रों से फाग गीत
ज्ञात हो कि होली पर्व के साथ ही शुरू होने वाले फाग महोत्सव में विंध्य के लोकगायक ढ़ोल-नगड़िया के थाप पर फाग गीत गाते है। उनके गीतों में धार्मिक भावना न सिर्फ झलकती है बल्कि गीतों के माध्यम से वे स्थानिय कला संस्कृति को प्रदर्शित करते है। ऐसी कला सस्कृति को मंच देने के लिए रीवा के किला में यह फाग महोत्सव प्रति वर्ष आयोजित किया जा रहा है।