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रीवा: सपा प्रत्याशी लक्ष्मण तिवारी के लिए वोट मांगने, अखिलेश यादव सिरमौर आ रहे!

Akhilesh-Yadav-In-Rewa

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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: समाजवादी पार्टी ने रीवा जिले की सिरमौर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी को अपना कैंडिडेट चुना है. लक्ष्मण तिवारी ने हाल ही में सपा की सदस्यता ली है.

Akhilesh Yadav In Rewa: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रीवा जिले की सिरमौर विधानसभा सीट में अपने कैंडिडेट का प्रचार करने के लिए पहुंच रहे हैं. हाल ही में सपा ज्वाइन करने वाले पूर्व बीजेपी नेता लक्ष्मण तिवारी को पार्टी की तरफ से सिरमौर क्षेत्र से उतारा गया है. 27 सितंबर को अखिलेश यादव लक्ष्मण तिवारी के लिए जनता से वोट मांगने के लिए वार्ड क्र.1 नगर पंचायत मैदान में सभा को संबोधित करेंगे।

नवंबर में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न पार्टियों के अलाकमानों का दौरा शुरू हो गया है.आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान विंध्य का दौरा कर चुके हैं. अब इसी क्रम मे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रचार-प्रसार के लिए सिरमौर पहुंच रहें हैं.

विधानसभा चुनाव के पहले अखिलेश यादव का मध्य प्रदेश में यह पहला दौरा है. पार्टी अब तक 7 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है. पार्टी प्रवक्ता शमशुल हसन ने कहा कि पार्टी का जनाधार विंध्य में रहा हैं, बसपा तो हमेशा से विंध्य में मजबूत रही है।

भारतीय जनशक्ति पार्टी से रह चुके हैं विधायक

एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा स्थापित भारतीय जनशक्ति पार्टी से लक्ष्मण तिवारी 2008 में मऊगंज से विधायक रह चुके हैं. 2013 में उमा भारती के दल का भाजपा में विलय हो गया। बीजेपी ने लक्ष्मण तिवारी को फिर से उम्मीदवार बनाया मगर कांग्रेस के सूखेन्द्र सिंह बन्ना ने उन्हें मात देदी। 2018 के विधानसभा चुनाव में लक्ष्मण तिवारी की जगह भाजपा ने प्रदीप पटेल को टिकट दिया, वह जीते भी। ऐसे में तिवारी बीजेपी छोड़ निर्दलीय चुनाव लड़ गए तब उन्हें 10 हजार वोट मिले थे. अब लक्ष्मण तिवारी सिरमौर सीट से सपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

सिरमौर में क्या चल रहा

रीवा जिले कि सिरमौर विधानसभा कभी बीजेपी के लिए ड्रीम सीट हुआ करती थी. क्योंकि पार्टी 2013 से पहले कभी इस सीट से चुनाव नहीं जीत पाई थी. लगातार 7 बार से कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक यहाँ जीतते आए थे. लेकिन 2008 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से राजकुमार उर्मालिया रामलखन शर्मा (सी.पी.एम. ) को हरा कर पहली बार विधायक बने थे. इस जीत के साथ सिरमौर में बसपा की एंट्री हुई थी. फिर 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी विधायक दिव्यराज सिंह निर्वाचित हुए और सिरमौर सीट में बीजेपी का खाता खोला। 2018 में दिव्यराज फिर से विधायक बने.

सिरमौर सीट से प्रत्याशियों के नाम

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