भोपाल। ब्लैक आउट और रेड एवं ग्रीन अलर्ट सायरन के माध्यम से नागरिकों को हर स्थित से सचेत किए जाने की जानकारी भोपाल प्रशासन ने दी है। इसके लिए 5 स्थानों पर मार्कड्रिल का रेस्क्यू किया गया। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये नागरिकों को तैयार करने और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के उद्देश्य को लेकर शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक भोपाल जिले में व्यापक आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल की गई है। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि मॉक ड्रिल में शहर के पहले से चयनित 5 स्थलों पर विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों का पूर्वाभ्यास किया गया।
इन स्थानों पर मॉक ड्रिल
- भोपाल प्रशासन के द्वारा चिहिन्त भेल क्षेत्र में सर्च एवं रेस्क्यू अभ्यास किया गया।
- डीबी मॉल में फायर ड्रिल एवं बचाव और घायलों की निकासी का अभ्यास किया गया।
- तुलसी नगर में अस्थायी अस्पताल स्थापित कर आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं का प्रदर्शन किया गया।
- न्यू मार्केट में लोगों की सुरक्षित निकासी कर पुलिस लाइन तक पहुँचाने की प्रक्रिया का अभ्यास।
- कोकता मल्टी भवन ध्वस्तीकरण के दौरान निकासी और रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया।
ब्लैक आउट और अलर्ट प्रक्रिया
ब्लैक आउट और अलर्ट प्रक्रिया के सबंध में जानकारी दी गई। बताया कि ब्लैक आउट प्रारंभ होने से पूर्व रेड अलर्ट सायरन दो मिनट तक बजेगा। इस दौरान नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने घरों, दुकानों, कार्यालयों एवं संस्थानों की सभी रोशनी बंद करें। सड़क पर चल रहे वाहन चालक भी वाहन रोककर हेडलाइट और बैकलाइट बंद रखें। निर्धारित समय पर ग्रीन अलर्ट सायरन बजेगा, जो “ऑल क्लीयर सिग्नल” होगा। इसके बाद सभी रोशनियाँ पुनः चालू की जा सकेंगी।
नागरिकों से अपील
कलेक्टर श्री सिंह ने नागरिकों से आग्रह किया है कि मॉक ड्रिल एक सामान्य पूर्वाभ्यास है, ताकि आपदा के समय प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके। इससे घबराने या किसी भी अफवाह पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है।