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ED की कार्रवाई से हिली Reliance Infrastructure, शेयर में आई गिरावट

Reliance Infrastructure : अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर एक बार फिर से समाचार में है प्रवर्तन निदेशालय में कंपनी से जुड़ी कई परिसर पर FEMA (Foreign Exchange Management Act) के अनुसार जांच के तहत छापेमारी शुरू की है। यह कार्रवाई मुंबई और मध्य प्रदेश के इंदौर तथा महू में की गई है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयर मार्केट पर सीधा असर पड़ रहा है और बाजार में इसकी गिरावट दर्ज की जा रही है।

शेयर बाजार पर असर

बुधवार को कंपनी के शेयर लगभग दो प्रतिशत से ज्यादा होकर टूटकर 242 रुपए पर बंद हो गए। निवेश करने वाले लोगों में बेचैनी का माहौल देखने को मिल रहा है किसी भी कंपनी पर जांच या कानूनी कार्रवाई की खबरें आते ही बाजार में तुरंत इसकी प्रतिक्रिया दिखने लगती है और फिलहाल इस कंपनी के शेयर पर भी वैसा ही हुआ है।

कंपनी का आधिकारिक बयान

Reliance Infrastructure ने इस पूरी करवाई प्रक्रिया को लेकर अपना एक बयान जारी किया है कंपनी का कहना है कि यह मामला 2010 का ही है जब जयपुर रिंगस हाईवे के निर्माण का ठेका एक अन्य कंपनी को दिया गया था। कंपनी का ऐसा दावा है कि यह सौदा पूरी तरह से घरेलू स्तर पर हुआ था और इसमें विदेशी मुद्रा या अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन लेने का कोई भी संबंध नहीं है।

कंपनी ने साफ तौर पर कह दिया है कि उसे ठेकेदार से अब कोई संबंध कंपनी का नहीं है और इस केस का मौजूदा बिजनेस या फिर फाइनेंशियल स्थिति पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा। साथी कंपनी ने अपनी जांच में पूरी तरह सहयोग करने की बात की है।

निवेशकों के लिए संदेश

Reliance Infrastructure कंपनी का कहना है कि रिलायंस की मौजूदा प्रोजेक्ट और फाइनेंशियल स्थिति अभी स्थिर है। इसलिए निवेश करने वाले लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है हालांकि बाजार में नकारात्मक सेंटीमेंट होने के कारण शेयर पर दबाव अभी भी बना हुआ है।

आगे की राह

प्रवर्तन निदेशालय की जांच का दायरा कितना ज्यादा होगा ये आने वाले समय में ही पता चल सकेगा। कंपनी को आप निवेश करने वाले लोगों और पब्लिक का भरोसा अपनी तरफ मजबूत करने पर काम करने की जरूरत है अगर जाट में कंपनी का पक्ष सही साबित हो जाता है तो शेयर पर किसी प्रकार का नेगेटिव असर धीरे-धीरे कम जाएगा।

ED की कार्रवाई ने Reliance Infrastructure को कठिन परिस्थिति में ला दिया है हालांकि कंपनी ने साफ तौर पर अपना बयान लोगों के सामने रखा है अब सबकी नजरें प्रवर्तन निदेशालय की कार्यवाही और बाजार की प्रतिक्रिया पर है।

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