चुनाव के बाद रेपो रेट को लेकर RBI का एलान, लोन महंगे होंगे या EMI घटेगी?

रेपो रेट में बदलाव न होने के कारण लोन में ब्याज दर की बढ़ोत्तरी के कोई चांस होना न के बराबर

नई दिल्ली: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (SHAHIKANT DAS) के द्वारा रेपो रेट (REPO RATE) को लेकर बड़ी जानकारी दी गई है। RBI Monetary Committee (मौद्रिक नीति समिति) की फाइनेंशियल वार्षिक बैठक में रेपो रेट को लेकर निर्णय लिया गया।

रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया

5 जून से शुरू हुई 2024-25 की मीटिंग में रेपो रेट (REPO RATE) में बदलाव नहीं किया गया है। गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा इस बात का ऐलान किया गया। साथ ही उन्होंने ब्याज दरों में राहत मिलेगी या नहीं इसको लेकर भी मामला स्पष्ट किया है। जानकारी के लिए बता दें मॉनिटरी पॉलिसी में रेपो रेट को 6.5 % पर ही रखा गया था।

चुनाव नतीजों के बाद हुई मीटिंग

RBI द्वारा चुनाव नतीजों के बाद हुई मीटिंग में रेपो रेट (REPO RATE) में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेपो रेट (REPO RATE) वही है, जिसके आधार पर बैंक लोन की ब्याज दर तय करता है। जैसा की इस बार भी इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ, तो ऐसे में लोन की ईएमआई भी कम नहीं होगी। रेपो रेट में बदलाव न होने के कारण लोन में ब्याज दर की बढ़ोत्तरी के कोई चांस होना न के बराबर है।

ब्याज दर की बढ़ोतरी के चांस कम

आरबीआई द्वारा रेपो रेट (REPO RATE) में बदलाव न होने से अगर-मगर की स्थिति बनी हुई है। जहां एक तबका खुश है वहीं दूसरे लोग थोड़े परेशान भी हैं। कारण यह है कि रेपो रेट के न बदलने से लोन में ब्याज दर की बढ़ोतरी के चांस कम होने के साथ न के बराबर हैं। साथ ही एफडी पर मिलने वाला ब्याज भी इससे प्रभावित हो सकता है।

सीनियर सिटीजन को अधिक ब्याज एफडी पर

जब तक आरबीआई रेपो रेट (REPO RATE) को नहीं बढ़ाता तब तक एफडी की ब्याज दरों में बदलाव नहीं होगा। एफडी पर ऑफर देने वाले कुछ छोटे फाइनेंस बैंक भी हैं। ये बैंक सीनियर सिटीजन को एफडी पर 9. 5 % ब्याज ऑफर कर रहे। जिससे यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक की 1001 दिनों में मेच्यौर होने वाली एफडी शामिल है। जिसमें एफडी पर 9.5 % की ब्याज दर भी है। साथ ही बैंक सीनियर सिटीजन को अधिक ब्याज एफडी पर ऑफर देता है।

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