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Repo Rate में फिर होगी कटौती, RBI April की MPC में लेगा फैसला? Loan होंगे सस्ते, घटेगी EMI

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की 6 मेंबर की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की अगली बैठक जो कि 7,8 और 9 अप्रैल को है, उसमे फिर से पिछली बैठक में 25 बेसिस पॉइंट की कमी की तरह ही इस बार भी लगातार Repo Rate में 25 Basis Point की कटौती कर सकती है. वित्त मामलों के जनकारों ने बताया कि RBI 9 अप्रैल को बैठक के Results घोषित करेगा जिसमे यह घोषणा शामिल होगी. खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) फरवरी 2025 में घटकर 3.61 फीसदी रही जो कि बीते 7 महीनों में सबसे कम है. साल की शुरुआती यानी जनवरी महीने में यह 4.31 फीसदी थी.

What is Repo Rate and How it works?

Repo Rate ब्याज दर है जो कि RBI लेता है बैंको को loan देने पर इसको ऐसे समझिए की जैसे हम और आप बैंकों से Loan लेते हैं और उस पर कुछ ब्याज चुकाते हैं वैसे ही बैंक भी हमें और आपको लोन देने के लिए RBI से लोन लेते हैं तो जो ब्याज RBI बैंकों से लेता है उसे ही Repo Rate कहा जाता है.

Repo Rate घटने या बढ़ने से क्या होगा

Repo rate अगर घटेगी तो बैंकों को कम ब्याज पर लोन मिलेगा जिससे आगे वे अपने ग्राहकों को भी कम ब्याज पर लोन देंगे और इससे Economic Flow (आर्थिक गतिविधियां) भी बढ़ेंगी. अब अगर RBI Repo rate को बढ़ा देता है तो बैंको को मंहगी ब्याज लगेगी तो ग्राहकों को भी मंहगा लोन देंगे और (Economic flow) में कमी आएगी. इसीलिए रेपो रेट के कम होने से बैंक और ग्राहक दोनों को खुशी होती है क्योंकि बैंको से ज्यादा लोन जाएंगे और ग्राहकों को अपने लोन पर कम ब्याज चुकानी होगी.

क्या क्या है संभावना?

Bank of America Global Research में India और Asean के Economic Research प्रमुख राहुल बाजोरिया ने बताया, वृद्धि और मुद्रास्फीति की स्थिति को देखते हुए मौद्रिक नीति में और नरमी की राह स्पष्ट प्रतीत होती है. गौर करने योग्य बात यह है कि Retail Inflation के कई महीनों तक 4 फीसदी से ऊपर जाने की आशंका नहीं है, जिसके कारण ही Growth को गति देने के लिए दरों में और अधिक कटौती की उम्मीद बढ़ गई है.

SBI Group के Economic Adviser ने कहा

भारतीय स्टेट बैंक समूह के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति के कई महीनों संभवतः चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक 4 फीसदी से नीचे रहने की संभावना है, यह इसी बात की ओर इशारा करती है कि आने वाली MPC में Repo Rate में कमी होगी.

11 MPC तक नहीं बदली गई Repo Rate

मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने लगातार 11 बैठकों तक रीपो दर को अपरिवर्तित रखने के बाद फरवरी की समीक्षा बैठक में इसमें 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की थी. Bank of Baroda के Chief Economist मदन सबनवीस ने बताया, ‘Central Bank का नजरिया मुद्रास्फीति के 4 फीसदी के लक्ष्य की दिशा में है और इसके बढ़ने का कोई तत्काल दबाव नहीं है. ऐसे में ब्याज दरों को कम करके अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की गुंजाइश है.’

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