दिल्ली – मेरठ 82 किलोमीटर चलने वाली RRTS गलियारा से जाने से लोगों के समय की काफि बचत होगी। यात्रा में कम से कम 3-4 घंटे की बचत होगी। इसलिए दोनों शहरों के बीच में रैपिड रेल का गलियारा बनाया जा रहा है। यात्री अब दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन से मेरठ तक का सफर 1घंटे से कम समय में पहोंच सकेंगे।
साल 2020 में ADB( ASIAN DEVELOPMENT BANK) ने रैपिड रेल से जुड़े परियोजना पर लोन को मंजुरी दि थी। उस समय 104.9 करोड़ के डॉलर के लोन को मंजूरी दि गई थी।
रैपिड रेल से होगी समय की बचत
दिल्ली-मेरठ 82 किलोमीटर चलने वाली RRTS गलियारा से जाने से लोगों के समय की काफि बचत होगी। यात्रा मे कम से कम 3-4 घंटे की बचत होगी। दिल्ली को दुसरे शहरों से जोड़ने के लिए NCR क्षेत्रीय योजना के लिए 3 प्राथमिकता वाले रेल का निर्माण किया जाएगा। इससे लोगों के लिए रोजगार विक्सित होगा. लाखो टन CO2 उतर्जन कि बचत के साथ जलवायु परिवर्तन शमन मेें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ADB से मिलेगा डॉलर्स में लोन
केंद्रीय सरकार और एशिय विकास बैंक(ADB) ने करीब 25 करोड़ डॉलर के लोन पर हस्ताक्षर किया है। ADB कि पहली किस्त 50 करोड़ की थी और 50 करोड़ डॉलर का को-फाइनान्सिंग AIIB (ASIAN INFRASTRUCTURE INVESTMENT BANK) कि तरफ से किया गया।