Ramlala Prana-Pratistha Muhurt: रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। कशी के विद्वान पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने इसका मुहूर्त निकाला है. ये मुहूर्त बड़ा दुर्लभ और देश के लिए शुभ है. प्रतिष्ठित परमेश्वर मंत्र से की जाएगी भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा। सनातन धर्म के प्रसिद्ध ग्रंथ धर्म सिंधु में देव विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा के लिए इस मंत्र को सर्वोत्तम बताया है.
राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं. पांच दिनों की पूजा के बाद सिर्फ 84 सेकंड के शुभ घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला को गर्भगृह में स्थापित करेंगे। इस दौरान ‘प्रतिष्ठित परमेश्वर’ इस मंत्र का पाठ किया जाएगा। रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले काशी के प्रकांड विद्वान पंडित ‘गणेश्वर शास्त्री द्रविड़’ ने इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि ‘प्रतिष्ठित परमेश्वर’ इस मंत्र का मतलब है, परमेश्वर आप विराजमान हों. सनातन धर्म के प्रसिद्ध ग्रन्थ ‘धर्म सिंधु’ में देव विग्रह के प्राण-प्रतिष्ठा के लिए मंत्र को सर्वोत्तम बताया गया है.
बड़ा ही दुर्लभ संयोग है
12 बजे के आसपास जिस मुहूर्त में रामलला वहां विराजमान होंगे वो मुहूर्त भी काफी दुर्लभ है और कई सालों बाद ऐसे मुहूर्त मिलते हैं. इसकी खास बात ये है कि इस समय नौ ग्रहों में से छः ग्रह एक साथ होंगे। गुरु ग्रह की पूरी दृष्टि इस दौरान पांचवें, सातवें और नौवें पर होगी।
भारत की प्रगति का कारक
इस मुहूर्त की एक विशेषता यह भी है कि इस समय दोष उत्पन्न करने वाले पांच बाण यानी रोग बाण, चोर बाण, मृत्यु बाण, अग्नि बाण और राज बाण कोई भी नहीं होगा। बल्कि अभिजीत मुहूर्त में रामलला वहां विराजमान होंगे जो भारत की प्रगति का कारक होगा।
सभी दोषों का होगा निवारण
इस शुभ योग में बुध और शुक्र नौवें स्थान विराजमान हैं. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार नौवें घर का बुध सभी दोषों को दूर करता है. इसके अलावा शुक्र भी उन दोषों का निवारण कर देता है. इसीलिए मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के इस मुहूर्त को धर्म शास्त्र और ज्योतिषशास्त्र की दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है.