राममंदिर के उद्घाटन के बाद पहली बार मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार से शुरू हुई. इसमें निर्माण कार्यों को गति देने पर चर्चा हुई. 10 फरवरी से मंदिर के शेष निर्माण कार्यों को शुरू करने की तैयारी है.
Ram Temple Construction: अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने के बाद पहली राम मंदिर ट्रस्ट के भवन निर्माण समिति की बैठक हुई. जिसमें मंदिर निर्माण के काम को लेकर चर्चा की गई है. भगवान रमलला के सिंहासन पर विराजमान होने के बाद अब दूसरे तल का काम भी 10 फरवरी से शुरू होगा। साथ ही राम मंदिर में रामनवमी से पहले 25000 श्रद्धालुओं के लिए सुविधा केंद्र को भी विकसित कर दिया जाएगा। प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना की जाएगी जिसका निर्माण भी दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा।
वहीं मंदिर के चारों ओर बनाए जा रहे परकोटे में भी मंदिर बनाए जाएंगे। जिनका निर्माण भी दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. मंदिर के निचले चबूतरे पर इकॉनोग्राफी के माध्यम से पत्थरों पर मूर्तियां उकेरने का काम चल रहा है. इसके अलावा राम मंदिर परिसर में सप्त मंडप की भी परिकल्पना जल्द साकार होगी। परिसर में एक बड़े आकार का मंडप बनाया जाएगा। जिसमें श्री राम के समकालीन पात्रों के छोटे-छोटे मंदिर बनाए जाएंगे।
रामनवमी से पहले होगा मंदिरों का निर्माण
Temples will be constructed before Ram Navami: राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा के अनुसार सप्त मंडप में महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, निषाद राज, महर्षि अगस्त, माता शबरी, देवी अहिल्या के मंदिर निर्मित किए जाएंगे। मंदिर में प्रकाश की व्यवस्था, सुरक्षा के उपकरण, तीर्थयात्री सुविधा केंद्र का कार्य राम नवमी से पहले पूरा करने का लक्ष्य भी रखा गया है.
दिल खोलकर दान कर रहे श्रद्धालु
25 lakh devotees visited Ramlala: जबसे राम मंदिर में भगवान रामलला विराजमान हुए हैं तब से लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रभु के दर्शन के लिए पहुंच रहे. राम भक्त लाइनों में लगकर लाखों की संख्या में दर्शन पूजन के साथ दिल खोलकर मंदिर निर्माण में दान भी दे रहे हैं. रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद लगभग 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अभी तक रामलला के दर्शन किए हैं.