Ram Mandir Dhwajarohan : राम मंदिर पर ध्वजारोहण करते हुए भावुक हुए PM Modi बोले अब सदियों पुराने घाव भरे हैं

राम मंदिर ध्वजारोहण कार्यक्रम में संबोधन देते हुए PM मोदी

Ram Mandir Dhwajarohan : PM मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के ऊपर झंडा फहराया। इस समारोह में उनके साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और UP के CM योगी आदित्यनाथ मौजूद थे। राम मंदिर के ऊपर झंडा फहराने के बाद PM मोदी ने कहा, “आज पूरी दुनिया राम के रस से भर गई है। राम भक्तों के दिलों में अपार संतोष है। सदियों पुराने घाव भर रहे हैं।”

मोदी ने कहा कि पिछले 11 सालों में समाज के हर वर्ग—महिलाएं, दलित, पिछड़े वर्ग, बहुत पिछड़े वर्ग, आदिवासी समुदाय, वंचित, किसान, मजदूर और युवा—को विकास के केंद्र में रखा गया है। जब देश का हर व्यक्ति, हर वर्ग और हर क्षेत्र सशक्त होगा, तो सभी की कोशिशें अपने संकल्प को पूरा करने में लगेंगी। सभी की कोशिशों से ही हम 2047 तक एक विकसित भारत बना पाएंगे, जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा।

राम भक्तों के दिल में अनोखा संतोष: PM मोदी

PM मोदी ने कहा कि आज अयोध्या नगरी सांस्कृतिक चेतना में एक और अहम मोड़ देख रही है। पूरा भारत, पूरी दुनिया राम से भर गई है। राम भक्तों के दिल में अनोखा संतोष है। सदियों के ज़ख्म भर रहे हैं, सदियों का दर्द आखिरकार शांत हो रहा है। सदियों का संकल्प पूरा हो रहा है। आज उस यज्ञ की अंतिम आहुति है जिसकी अग्नि 500 साल से जल रही थी। PM मोदी ने कहा कि यह धर्मध्वजा सिर्फ एक झंडा नहीं है; यह भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का झंडा है। इसका भगवा रंग, सूर्यवंश की शान, इस पर लिखा ॐ शब्द और इस पर लिखा कोविदार वृक्ष रामराज्य की शान दिखाते हैं। यह झंडा एक संकल्प है, एक सफलता है! यह झंडा संघर्ष से सृजन की गाथा है, सदियों से संजोए गए सपनों का मूर्त रूप है। यह झंडा संतों की साधना और समाज की भागीदारी का सार्थक परिणाम है।

जान चली जाए, पर वादा नहीं टूटना चाहिए: PM मोदी

PM मोदी ने कहा कि यह धर्मध्वजा प्रेरणा देगी कि जान चली जाए, पर वादा नहीं टूटना चाहिए, मतलब जो कहा है वो करना चाहिए। यह धर्मध्वजा संदेश देगी: “कर्मप्रधान विश्व रचि राखा,” यानी दुनिया में कर्म और कर्तव्य की ही जीत हो। PM मोदी ने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि राम मंदिर का यह दिव्य प्रांगण भारत की सामूहिक शक्ति की चेतना का स्थान भी बन रहा है। यहां सात मंदिर बनाए गए हैं। माता शबरी का मंदिर यहां बना है, जो आदिवासी समाज के प्रेम और मेहमाननवाज़ी का प्रतीक है। निषादराज का मंदिर यहां बना है, जो उस दोस्ती का गवाह है जो साधन की नहीं, साध्य और उसकी भावना की पूजा करती है।”

PM ने राम और अयोध्या के बारे में कही। Ram Mandir Dhwajarohan

PM मोदी ने कहा, “हम सब जानते हैं कि हमारे राम मतभेदों से नहीं, बल्कि भावनाओं से जुड़े हैं। उनके लिए किसी व्यक्ति का वंश ज़रूरी नहीं है, बल्कि उसकी भक्ति ज़रूरी है। वह वंश को नहीं, बल्कि मूल्यों को महत्व देते हैं। वह शक्ति को नहीं, सहयोग को महत्व देते हैं। आज हम भी उसी भावना के साथ आगे बढ़ रहे हैं।” PM मोदी ने कहा, “आज अयोध्या एक बार फिर ऐसा शहर बन रहा है जो दुनिया के लिए मिसाल बनेगा।” त्रेता युग की अयोध्या ने इंसानियत को नैतिकता दी। 21वीं सदी की अयोध्या इंसानियत को विकास का एक नया मॉडल दे रही है। तब अयोध्या मर्यादा का केंद्र थी। अब अयोध्या एक विकसित भारत की रीढ़ बनकर उभर रही है।

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