Raksha Bandhan Astrological Benefits: रक्षाबंधन का पर्व केवल एक रस्म नहीं, यह भाई-बहन के रिश्ते कि पावन डोर है। रक्षाबंधन प्रेम विश्वास और रक्षा का संकल्प माना जाता है। यह वह दिन है जब बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा-सूत्र(raksha bandhan upay) बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती है। रक्षाबंधन का जितना धार्मिक महत्व है उतना ही आध्यात्मिक महत्व भी माना जाता है। यह दिन ऐसी ग्रह नक्षत्र की स्थिति में आता है जिसकी वजह से इस दिन बहन यदि भाई की लंबी उम्र की कामना करें और तरक्की की सामना करें तो भी जरूर फलित होते हैं।

राखी पर करें भाई की तरक्की के लिए यह उपाय (rakhi remedies for health and wealth of brother)
जी हां, यदि रक्षाबंधन के दिन बहनें कुछ आध्यात्मिक उपाय अपनाती है तो भाई की रक्षा तो होती ही है साथ ही भाई के जीवन में शांति और तरक्की भी आती है और आज के इस लेख में हम आपको इसी का विवरण देने वाले हैं। आज हम आपको बताएंगे कि किस प्रकार रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर आप अपने भाई के हाथ पर राखी बांधते समय कुछ आसान काम करते हुए खुशहाली और समृद्धि का आशीर्वाद दे सकती है।
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त(raksha bandhan shubh muhurat)
वर्ष 2025 में रक्षाबंधन 9 अगस्त 2025 के दिन आ रहा है। रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:21 से दोपहर 1:24 तक पड़ रहा है। इस पूरी अवधि के दौरान बहनें अपने भाई के हाथ पर राखी बांध सकती है।
और पढ़ें: पति पत्नी के बीच आदर्श उम्र का अंतर क्या होना चाहिए?
भाई की खुशी और समृद्धि के लिए आसान उपाय
केसर का तिलक: रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई के माथे पर केसर का तिलक लगाती हैं तो इससे भाई की कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है और भाई के जीवन में सकारात्मक तो आती ही है साथ ही तरक्की के भी मार्ग खुलते हैं।
शिवजी का जलाभिषेक: रक्षाबंधन के दिन यदि बहनें सुबह शिव जी को जल से अभिषेक करवाती हैं और शिवजी से भाई की शांति के लिए प्रार्थना करती है तो भाई के सब कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही यदि बहनें चाहे तो शिवलिंग पर रक्षा सूत्र अर्पित कर भाई की लंबी आयु और समृद्धि की कामना भी कर सकती हैं।
नारियल की भेंट: रक्षाबंधन के दिन यदि बहन अपने भाई को नारियल भेंट करती है तो भाई के जीवन में धन, सौभाग्य, समृद्धि आती है। कहा जाता है कि नारियल में माता लक्ष्मी का वास होता है ऐसे में भाई को नारियल देना अर्थात माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भाई को सौपना।