Rajya Sabha Members List 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार, 12 जुलाई 2025 को चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। इनमें मशहूर वकील उज्ज्वल निकम (Ujjwal Nikam), पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla), इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन (Meenakshi Jain) और केरल के सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षक सी. सदानंदन मास्टर (C Sadanandan Master) शामिल हैं। यह मनोनयन संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत किया गया है, जो राष्ट्रपति को विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाली हस्तियों को राज्यसभा में नामित करने की शक्ति प्रदान करता है (Rajya Sabha Members Nominated By The President).
उज्ज्वल निकम कौन हैं?
Who Is Ujjwal Nikam: उज्ज्वल निकम एक प्रख्यात वकील हैं, जिन्हें 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मामले में विशेष लोक अभियोजक के रूप में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्होंने अजमल कसाब के खिलाफ मुकदमे में अभियोजन पक्ष का नेतृत्व किया, जिसके परिणामस्वरूप कसाब को 2010 में मृत्युदंड सुनाया गया। निकम ने 1993 के मुंबई बम विस्फोट मामले सहित कई हाई-प्रोफाइल मामलों में महाराष्ट्र सरकार का प्रतिनिधित्व किया है। उनकी कानूनी विशेषज्ञता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति समर्पण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहा है।
हर्षवर्धन श्रृंगला कौन है
Who Is Harsh Vardhan Shringla: हर्षवर्धन श्रृंगला 1984 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं, जिन्होंने 2020 से 2022 तक भारत के विदेश सचिव के रूप में कार्य किया। वे अमेरिका और बांग्लादेश में भारत के राजदूत रह चुके हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान उनकी कूटनीतिक नेतृत्व क्षमता और भारत की G20 अध्यक्षता में योगदान को व्यापक रूप से सराहा गया। पीएम मोदी ने उन्हें एक बौद्धिक और रणनीतिक विचारक के रूप में वर्णित किया है, जिनके अनुभव से संसदीय कार्यवाही समृद्ध होगी।
डॉ. मीनाक्षी जैन कौन हैं
Who is Dr. Meenakshi Jain: डॉ. मीनाक्षी जैन एक प्रख्यात इतिहासकार हैं, जिनका काम मध्यकालीन और औपनिवेशिक भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक प्रक्रियाओं पर केंद्रित है। वे दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में सहायक प्रोफेसर रह चुकी हैं और नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी की फेलो भी रही हैं। उनकी पुस्तकें जैसे ‘राम और अयोध्या’ और ‘फ्लाइट ऑफ डीटिज एंड रीबर्थ ऑफ टेम्पल्स’ ने ऐतिहासिक अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 2020 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
सी. सदानंदन मास्टर कौन हैं
Who is C. Sadanandan Master: केरल के कन्नूर जिले के एक वरिष्ठ शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता सी. सदानंदन मास्टर को 1994 में एक राजनीतिक हमले में दोनों पैर गंवाने के बावजूद उनके साहस और समाज सेवा के लिए जाना जाता है। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के थिंक टैंक, भारतीय विचार केंद्रम के सक्रिय सदस्य हैं। पीएम मोदी ने उनकी दृढ़ता और युवाओं के प्रति समर्पण की प्रशंसा की है।
राष्ट्रपति द्वारा ये मनोनयन उन रिक्तियों को भरने के लिए किए गए हैं, जो नामित सदस्यों की सेवानिवृत्ति के कारण उत्पन्न हुई थीं। ये चारों व्यक्ति अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए जाने जाते हैं, और इनके मनोनयन से राज्यसभा की कार्यवाही में विविधता और विशेषज्ञता का समावेश होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इन सभी को बधाई देते हुए कहा कि ये लोग अपने अनुभव और ज्ञान से संसद को समृद्ध करेंगे। यह कदम भारत के संसदीय ढांचे में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो देश की नीति निर्माण प्रक्रिया को और सशक्त बनाएगा।