Mahim Assembly Seat: महाराष्ट्र की माहिम विधानसभा सीट को लेकर काफी चर्चा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे पहली बार यहां से चुनावी मैदान में उतरे हैं। सीएम एकनाथ शिंदे ने यहां से मौजूदा विधायक सदा सर्वणकर को टिकट दिया है। भाजपा ने कहा है कि वह अमित ठाकरे का समर्थन करेगी। इस बीच सीएम शिंदे ने यह प्रतिक्रिया दी।
एकनाथ शिंदे बोले कुछ काम समय पर होने चाहिए। Mahim Assembly Seat
माहिम सीट को एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कुछ काम समय पर होने चाहिए थे, जब ऐसा नहीं होता है तो इस तरह की स्थिति पैदा होती है। हमने शिवड़ी में अपनी सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारा। हमने माहिम में मौजूदा विधायकों को मैदान में उतारा। मैंने मौजूदा विधायक सदा सरवणकर से कहा है कि वे स्थानीय स्तर पर क्या कर सकते हैं, देखें। वे अपने कार्यकर्ताओं से भी बात कर रहे हैं। क्योंकि पार्टी कार्यकर्ताओं पर ही टिकी है। हर पार्टी को कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।
माहिम विधानसभा का राजनीतिक इतिहास जानिए। Mahim Assembly Seat
माहिम विधानसभा क्षेत्र शहर के बीचों-बीच स्थित है जो प्रभादेवी के सेंचुरी बाजार से लेकर माहिम कोलीवाड़ा तक फैला हुआ है। अविभाजित शिवसेना (1966) और फिर 2006 में मनसे की स्थापना इसी क्षेत्र में हुई थी। इस क्षेत्र में सिद्धिविनायक मंदिर, पुर्तगाली चर्च, माहिम चर्च, सिटीलाइट सिनेमा, माहिम दरगाह और शिवसेना (यूबीटी) मुख्यालय जैसी जगहें भी हैं। इस क्षेत्र में सवर्णों की संख्या अधिक है। माहिम में 2,25,373 मतदाता हैं, जिनमें 1,12,638 पुरुष, 1,12,657 महिलाएं और 78 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। राज ठाकरे भी माहिम विधानसभा क्षेत्र के निवासी हैं। इस सीट पर कांग्रेस के कुछ वोट हैं।
वर्ष 2019 में माहिम विधानसभा सीट पर सर्वानंद ने जीत दर्ज की थी।
वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में एमएनएस के नितिन सरदेसाई माहिम से 48,734 वोटों से जीते थे। पार्टी के संदीप देशपांडे को वर्ष 2014 में 42,690 वोट मिले थे और वे सर्वणकर से हार गए थे। सरदेसाई वर्ष 2019 में सर्वणकर से हार गए थे, लेकिन उन्हें 40,350 वोट मिले थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि सर्वणकर पर चुनावी दौड़ से हटने का भारी दबाव है, लेकिन अभी तक उन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 4 नवंबर है।