Maharashtra Assembly Election : महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) के मद्देनजर 20 नवंबर को मतदान होना है। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena) के अध्यक्ष राज ठाकरे Raj Thackeray ने शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे Uddhav Thackeray पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कुर्सी के लिए उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया है। उन्होंने बालासाहेब ठाकरे Bala Saheb Thackeray के नाम के आगे हिंदू हृदय सम्राट की जगह जनाब बालासाहेब लिखना शुरू कर दिया है। वोट जिहाद को लेकर उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम मौलाना फतवा जारी कर रहे हैं तो मैं भी फतवा जारी करूंगा। हिंदुओं को महाराष्ट्र (Maharashtra) की सत्ता हमारे हाथ में देनी चाहिए। मैं सत्ता में आने के 48 घंटे के अंदर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दूंगा।
Raj Thackeray ने Uddhav Thackeray पर कसा तंज।
उन्होंने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, मैंने उर्दू में होर्डिंग्स देखी हैं और उसमें हिंदू हृदय सम्राट की जगह बालासाहेब के नाम के आगे जनाब बालासाहेब ठाकरे लिखा हुआ है। हिंदू हृदय सम्राट की जगह अगर बालासाहेब आज जिंदा होते तो उन्हें फटकार लगाते। क्या आपको शर्म नहीं आती कि आज उसी उद्धव ठाकरे की शिवसेना के बारे में एक मौलाना फतवा जारी कर रहा है। ये लोग फतवा जारी कर रहे हैं। ये फतवा जारी कर रहे हैं कि सभी मुसलमान एकजुट हो जाएं और एक साथ एमवीए को वोट दें। इस तरह का फतवा मस्जिदों से निकल रहा है।
48 घंटों में उतारे जाएंगे मस्जिदों से लाउडस्पीकर। Maharashtra Assembly Election
उन्होंने कहा कि वे आपकी नाक पर भी फतवा जारी कर रहे हैं और वीडियो बना रहे हैं कि किसे वोट देना है। अगर मुल्ला और मौलवी फतवा जारी कर रहे हैं, तो मैं भी फतवा जारी कर रहा हूं। मैं अपने सभी हिंदू भाइयों और बहनों से कहना चाहूंगा कि आगामी विधानसभा चुनावों में जहां भी मेरी पार्टी के उम्मीदवार खड़े हों, आप उनका समर्थन करें। कल जब हमारी सरकार आएगी, तो पहले 48 घंटों में मैं सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतरवा दूंगा। मैं इस पर राजनीति नहीं करूंगा।
Raj Thackeray ने Eknath Shinde पर साधा निशाना।
राज ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा, ”जो व्यक्ति 40 विधायकों के साथ जाता है, वो कहता है कि पिछले 2.5 साल में मेरा कुछ भी करने का मन नहीं हुआ। मुझे अजित पवार के साथ बैठने का मन क्यों नहीं हुआ? क्योंकि मैं अजित पवार के साथ बैठने के लिए तैयार नहीं था। मैं परेशान और असहज हो रहा था, इसलिए मैंने इन 40 विधायकों से नाता तोड़ लिया। एक साल बाद मुझे पता चला कि जिस व्यक्ति के साथ मैं कभी बैठना पसंद नहीं करता था, वो आज मेरी गोद में बैठा है।
Read Also : http://Aligarh Muslim University के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर आया Supreme Court का बड़ा फैसला,दर्जा बरकरार