Raj Begum Song of Paradise: सॉन्ग ऑफ़ पैराडाइस दानिश रंजू के निर्देशन में बनी एक काफी भावनात्मक और संगीत प्रधान फिल्म है जो कश्मीर की मशहूर गायिका राज बेगम के जीवन पर आधारित है। इस फिल्म को 29 अगस्त 2025 को अमेजॉन प्राइम पर रिलीज किया गया। बता दें यह फिल्म 1970 के दशक के श्रीनगर की पृष्ठभूमि पर बनाई गई है। यह मूवी उस दौर की झलक देती है जब कश्मीर जैसे क्षेत्र में किसी महिला का मंच पर गाना प्रतिबन्धित था और ऐसे माहौल में कैसे एक लड़की ने संगीत को अपना जीवन चुना और हिम्मत जुटा कर रेडियो कश्मीर तक का सफर पूरा किया।

सबा आज़ाद और सोनी राजदान स्टारर फ़िल्म
बता दे, इस फिल्म में मुख्य की किरदार का रोल ह्रितिक रोशन की गर्लफ्रैंड सबा आजाद निभा रही हैं। सबा आजाद में इस फिल्म में ज़ेबा अख्तर का किरदार निभाया है जो राज बेगम के शुरुआती जीवन से प्रभावित है। इस फिल्म में आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान भी वरिष्ठ गायिका नूर बेगम का किरदार निभाया है। इस फ़िल्म की खास बात इस फिल्म का संगीत है जिसमें कश्मीरी लोकगीत और सूफियाना कलाम को पिरोया गया है।
कौन हैं राज बेगम और क्या था उनका संघर्ष बैकग्राउंड
पाठकों की जानकारी के लिए बता दे यह फिल्म राज बेगम के जीवन पर आधारित है। राज बेगम जिसे मेलोडी क्वीन ऑफ़ कश्मीर भी कहा जाता था उन्होंने न केवल पारंपरिक बन्धनों को तोड़कर गाने का सफर तय किया बल्कि कश्मीर की पहली महिला रेडियो गायिका भी बनी। राज बेगम बचपन से ही सामाजिक ढांचे को मानने से इंकार करती रहीं। उनका जीवन किसी क्रांति से कम नहीं था। बचपन से ही उनके अंदर संगीत के बीज बोए गए थे। हालांकि उन्हें परिवार से संगीत का प्रोत्साहन नहीं मिला परंतु अन्य जान पहचान वालों ने उन्हें संगीत के लिए प्रोत्साहित किया और आखिरकार वे रेडियो कश्मीर श्रीनगर तक पहुंची और महिला कलाकार के रूप में गाने लगीं।
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राज बेगम को नाइटेंगल ऑफ़ कश्मीर भी कहा जाने लगा। उन्होंने कई पारंपरिक, सूफियाना कलाम और लोकगीतों को अपनी आवाज में रिकॉर्ड किया। उनके योगदान को ध्यान में देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया। उनकव निधन 2016 में हुआ और इसके साथ ही कश्मीर ने अपनी सबसे मधुर आवाज खो दी और इन्हीं की याद में सॉन्ग ऑफ़ पैराडाइस मूवी बनाई गई है। ताकि राज बेगम की धुंधली यादों को फिर से जीवित किया जा सके। और नई पीढ़ी को बताया जा सके कि कैसे एक महिला ने कठिनाइयों के बीच अपनी राह बनाई और कश्मीर के संगीत को दुनिया भर में अमर कर दिया।