मध्य प्रदेश में मानसून का जोरदार असर देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में भी कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी के कारण बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
रीवा का मौसम रीवा में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण कई इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात हैं। 13 जुलाई को रीवा में 20 घंटे तक लगातार बारिश दर्ज की गई, जिससे घरों और कॉलोनियों में पानी भर गया। मौसम विभाग ने रीवा, सतना, मैहर, सीधी, और सिंगरौली में आज भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
कहां बाढ़ के हालात?
पूर्वी मध्य प्रदेश: रीवा, सतना, मैहर, छतरपुर, जबलपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, और सागर संभाग के कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हैं। नदियां, जैसे नर्मदा, खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई गांवों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
पश्चिमी मध्य प्रदेश: ग्वालियर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, और चंबल संभाग में भी भारी बारिश का अलर्ट है। ग्वालियर में 16 जुलाई को 9 घंटे में 2.3 इंच बारिश दर्ज की गई।
दक्षिणी मध्य प्रदेश: इंदौर, उज्जैन, खरगोन, खंडवा, और बुरहानपुर में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, लेकिन कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने 17 जुलाई के लिए निम्नलिखित जिलों में अलर्ट जारी किया है
:रेड अलर्ट (अति भारी बारिश): रीवा, सतना, मैहर, सीधी, सिंगरौली, जबलपुर, कटनी, उमरिया, शहडोल, दमोह, सागर, छतरपुर, पन्ना, निवाड़ी, टीकमगढ़, ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी, और बैतूल। इन जिलों में 8 इंच तक बारिश हो सकती है।
ऑरेंज अलर्ट (भारी बारिश): भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, और पांढुर्णा।
येलो अलर्ट (हल्की से मध्यम बारिश): विदिशा, रायसेन, सीहोर, हरदा, खरगोन, धार, और अन्य जिले।
सावधानियां
निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
नदियों और बांधों के आसपास रहने वालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव और यातायात बाधित हो सकता है, इसलिए यात्रा करने से पहले मौसम अपडेट जांच लें।