Indian Railway Train Best Route: रेलवे के जरिए यात्रा करना आम बात है लेकिन आज आपको एक ऐसे बेहतरीन रूट के बारे में जानकारी देंगे, जो खूबसूरत ही नहीं इतनी ऊँचाई से जाता है की कुतुबमीनार उसके सामने फीका पड़ जाए. बतायेंगे इस शानदार रूट के बारे में जो मनमोहक और रोमांचकारी है. कुछ लोगों को ट्रेन का सफर करना मजेदार लगता है और कुछ को नहीं पसंद होता लेकिन अगर आप ट्रेन की यात्रा करना पसंद करते हैं तो आज का आर्टिकल आपके लिए ही है.
कैसा हो अगर ट्रेन इस रास्ते से गुजरे की मन खिल जाए
अगर आपकी ट्रेन पहाड़ी और हरियाली वाले इलाकों से होकर गुज़रे तो फिर कहने ही क्या हैं? इतना ही नहीं इसके साथ ही ट्रेन कुतुबमीनार से 42 मीटर ऊंचे ब्रिज से होकर दौड़े तो यह सफर और भी एडवेंचर भरा हो जाए. इस तरह की आपकी इच्छा जल्द ही पूरी होने वाली है. भारतीय रेलवे पूर्वोत्तर के मिजोरम में इसी तरह के ट्रैक तैयार कराया है, जहां पर सफर शुरू होने जा रहा है. आप तैयारी कर लें.
नई लाइन में सुहाना होगा सफर
भारतीय रेलवे ने मिजोरम में सैरंग से बैरबी तक नई रेल लाइन बिछाई है. सैंरग आइजोल से करीब 21 किमी.दूर है, वहीं, बैरबी असम सीमा के करीब है. इस पर ट्रेन का ट्रायल पूरा हो चुका है. जल्द ही इस नए रेल रूट से ट्रेन चलना शुरू हो जाएंगी. इसके साथ ही आइजोल पूर्वोत्तर की चौथी राजधानी बन जाएगी, जो रेल लाइन से कनेक्ट हो जाएगी.
ये है ट्रैक की खासियत
यह ट्रैक करीब 51 किमी. लंबा है. लेकिन इस छोटे सफर में आपको जन्नत जैसा अहसास होने वाला है. इस लाइन पर 32 टनल हैं. छोटे-बड़े मिलकर 87 ब्रिज और अंडरपास हैं. इस लाइन की खास बात यह भी है कि एक पुल कुतुबमीनार से 42 मीटर ऊंचा है, जहां से ट्रेन गुजरेगी. इससे सफर के दौरान आपको हवा में ट्रेन चलने का अहसास होगा.
चौथी राजधानी ट्रेन से होगी कनेक्ट
गौरतलब है कि, जिरीबाम इंफाल और दीमापुर जुबजा (कोहिमा) तक रेल लाइन तैयार हो रही है, जल्द ही इस पर भी ट्रेन चलने लगेगी. अरुणाचल, त्रिपुरा और मणिपुर पहले से रेल लाइन से कनेक्ट हो चुके हैं. आइजोल चौथी राजधानी बनेगी. पूर्वोत्तर वैसे भी हरा भरा है. टनल और ब्रिज का सफर अपने आप में खास होगा.
दिल्ली से ट्रेन से सफर होगा आसान
आइजोल ट्रेन से कनेक्ट होने के बाद राजधानी दिल्ली से ट्रेन से पहुंचा जा सकता है. इस तरह पूर्वोत्तर के इस राज्य में आना जाना आसान हो जाएगा. इस तरह फ्लाइट के मुकाबले सफर भी सस्ता हो जाएगा.
पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
रेल कनेक्टिविटी से मिजोरम के प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर तक पर्यटकों की पहुंच आसान होगी. इस परियोजना का भविष्य में म्यांमार सीमा तक विस्तार करने की योजना है, जिससे सीमा पार व्यापार और क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़ावा मिलेगा.