Indian Railway: इंडियन रेलवे की हिस्ट्री जितनी बेहतरीन और आकर्षक है, उतनी ही मजेदार भी है. जब इसकी शुरुआत हुई तो इसे महज सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए शुरू किया गया था, जैसे जैसे समय आगे होता गया और इसके महत्व को समझते हुए यात्रियों के लिए इसे शुरू कर दिया गया. जी हाँ आज के समय में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन चलाई जा रही हैं. प्लेटफॉर्म का नवीनीकरण किया जा रहा है.
भारतीय रेलवे 4 जोन में बंटा हुआ है
गौरतलब है कि, इंडियन रेलवे को 4 जोन में बंटा हुआ है. इसके अलावा, हर रोज देश के हर कोनों से 1300 से अधिक ट्रेनें संचालित की जाती है. यह लोगों के लिए सबसे आरामदायक और सस्ता माध्यम है, जिसके जरिए लोग ध्यान से दूसरे स्थान तक बहुत ही कम पैसों में भी ट्रेवल कर लेते हैं.
भारत में ये ट्रेनें चलाई जाती हैं
हमारे देश में लोकल ट्रेन के अलावा शताब्दी, दुरंतो, राजधानी, वंदे भारत, बुलेट ट्रेन, तेजस एक्सप्रेस, गरीब रथ, सुपरफास्ट जैसी ट्रेनें चलाई जाती हैं. इसका किराया ट्रेन के हिसाब से तय किया जाता है.
नोटों की गड्डियाँ रखी जाती हैं
आज जानेंगे रेलवे से जुड़ा एक महत्वपूर्ण ऐसा फैक्ट, जो की रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से भी जुड़ा हुआ है. जी हाँ इसमें नोटों की गड्डियाँ भरी होती हैं. RBI ने Jio Hotstar के साथ मिलकर एक डॉक्यूमेंट्री जारी की है, जो की 5 भाग में विभाजित है. इसमें यह दिखाया गया है कि आरबीआई में किस तरह से काम होता है. इसके अलावा, नोट और सोना किस प्रकार, कहां-कहां रखा जाता है और इसकी जिम्मेदारी किसे दी जाती है. यदि इस दौरान कोई चूक हो जाए, तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी.
कौन सी है ट्रेन कैसे होता है काम
गौरतलब है कि दिखाई गई डॉक्यूमेंट्री में यह भी बताया गया है कि भारत की एक ऐसी ट्रेन है, जिसके हर डिब्बे में नोटों से भरे बक्से होते हैं, जिसका जिक्र इसमें किया गया है, जिसे Treasury Train फिर e-Special Train कहा जाता है.
रोज नहीं चलती यह ट्रेन
Documentry में दिखाया गया कि RBI द्वारा जो नोट छापे जाते हैं, उसके बाद इसी ट्रेन के माध्यम से इसे अलग-अलग हिस्सों में स्थित बैंकों में पहुंचाया जाता है. RBI बैंक विभिन्न जगहों पर मौजूद अपने क्षेत्रीय कार्यालयों में इस धनराशि को भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन का इस्तेमाल करता है.
High Security के बीच जाती है यह ट्रेन
इस ट्रेन की सुरक्षा की बात करें तो आपको बताएं कि इस ट्रेन में भारी सुरक्षा, सशस्त्र गार्ड, पुलिस या फिर अर्धसैनिक बल तैनात रहते हैं. इसमें किसी भी आम यात्री को सफर करने की इजाजत नहीं होती है. यह ट्रेन केवल आरबीआई या फिर सरकारी एजेंसियों के लिए ही चलाई जाती है.
वर्ष 2016 में हो गई थी चोरी
सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2016 में इस ट्रेन में चोरी हो गई थी. अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि ऐसा कैसे संभव हो पाया सुरक्षा के बीच तो दरअसल, चोरों ने अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल कर ट्रेन की छत को काट कर लगभग 5.78 करोड़ रुपए उड़ा लिए थे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी सलीम पुलिस की 9 सदस्यीय टीम और DSP को दी गई थी. हालांकि, इस घटना के वक्त सभी दूसरे कोच में थे, जिस कारण उन्हें इसकी खबर नहीं हो पाई थी.