Railway Sector PSU Stock: रेलवे सेक्टर की PSU कंपनी Rail Vikas Nigam Ltd (RVNL) के स्टॉक में सोमवार को तेज़ी देखने को मिली. इसके शेयरों में सोमवार को 1 फीसदी तक की तेज़ी देखी गई, जिससे शेयर ने 317.9 रुपये के इंट्राडे हाई लेवल को टच किया. इस तेज़ी का कारण यह है कि कंपनी नॉर्थन रेलवे के ₹181 करोड़ के एक ऑर्डर के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में सामने आई है.
कंपनी को मिला ऑर्डर
सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने शुक्रवार (21 नवंबर) को कहा कि उसने उत्तर रेलवे के एक प्रोजेक्ट के लिए सबसे कम बोली लगाई है. इस प्रोजेक्ट में ट्रेनों में इस्तेमाल होने वाले नए पावर इक्विपमेंट की डिज़ाइनिंग, सप्लाई, स्थापना, टेस्टिंग और शुरुआत शामिल है. इसमें विशेष रूप से ओवरहेड बिजली के तारों और फीडर तारों में बदलाव करना शामिल है जो 2×25 केवी ट्रैक्शन सिस्टम (एक प्रकार के हाई-वोल्टेज रेलवे पावर सिस्टम) का इस्तेमाल करके ट्रेनों को बिजली प्रदान करते हैं.
रेलवे सेक्शन की क्षमता को बढ़ाना है
इस प्रोजेक्ट का मूल उद्देश्य UTR-MWP रेलवे सेक्शन की क्षमता को बढ़ाना है, जो पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में 184 रूट किलोमीटर (या 368 ट्रैक किलोमीटर) को कवर करता है. यह ऑर्डर कंपनी की नियमित व्यावसायिक गतिविधियों का हिस्सा है और इसे पूरा होने में लगभग 24 महीने (2 वर्ष) लगेंगे.
गौरतलब है कि, इसकी कुल लागत 180.77 करोड़ रुपये की है, जिसमें सभी तरह के टैक्स शामिल हैं. इस कॉन्ट्रैक्ट का कंपनी के प्रमोटरों या उनके समूहों से कोई संबंध नहीं है, और यह कोई संबंधित पक्ष सौदा नहीं है.
कंपनी के तिमाही नतीजे
RVNL का प्रॉफिट सितंबर तिमाही में 19.7% गिर गया. कंपनी ने 230.3 करोड़ रुपये कमाए, जो पिछले साल इसी तिमाही में कमाए गए 286.9 करोड़ रुपये से कम है. हालांकि, इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 5.5% बढ़ा और कंपनी ने अपने ऑपरेशन से 5,123 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया, जबकि एक साल पहले कंपनी ने 4,855 करोड़ रुपये की कमाई की थी.
गौर करने वाली बात यह भी है कि कंपनी का ऑपरेटिंग परफॉरमेंस और भी खराब हो गया. कंपनी का EBITDA 20.3% गिरकर 216.9 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 272 करोड़ रुपये था. कंपनी का EBITDA मार्जिन भी 5.6% से घटकर 4.2% हो गया, जिसका मतलब यह है कि कंपनी की लागत बढ़ गई, और उसे प्रत्येक रुपये के रेवेन्यू से कम लाभ हुआ.
LIC ने भी बढ़ाई हिस्सेदारी
देश के सबसे बड़े डोमेस्टिक इंवेस्टर यानी LIC शेयर पर बुलिश है और कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं. ट्रेंडलाइन के अनुसार, LIC के पास कंपनी में जून 2025 तक कंपनी की 6.06 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी, जो कि सितंबर 2025 में जाकर 6.12 प्रतिशत हो गई.
शेयर पर क्या करें और क्या नहीं
अब गौर करने वाली बात यह है की इन स्टॉक्स में निवेश करने से पहले आपको ख़ुद से रिसर्च करना चाहिए. उसके बाद ही किसी भी शेयर में निवेश करें अगर आप यह नहीं कर पा रहे हैं तो आप वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं.
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