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NEET पर मिला राहुल को करार जवाब

संसद सत्र की मुख्य बातें: नीट पेपर लीक का मुद्दा 28 जून को भी लोकसभा और राज्यसभा में छाया रहा। इस मुद्दे पर विपक्ष ने दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जब उसके नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद के दोनों सदनों में नीट पेपर लीक के बारे में बोलना शुरू किया तो उनके माइक ‘बंद’ कर दिए गए।

NEET पेपर लीक को लेकर संसद में हंगामा जारी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव लाया गया। इस दौरान इंडिया ब्लॉक के नेता नीट पर चर्चा की मांग को लेकर नारे लगाते रहे। आखिरकार लोकसभा की कार्यवाही 1 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही आज यानी 28 जून दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

सदन की कार्यवाही से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक हुई। इस बैठक में तय हुआ कि विपक्षी दल दोनों सदनों में NEET मुद्दे पर अलग से चर्चा की मांग करेंगे। हुआ भी यही। लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर जोर दिया। वहीं, राज्यसभा में खड़गे ने इसकी मांग की। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस पार्टी ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि जब राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने NEET पेपर लीक का मुद्दा उठाया तो उनके माइक ‘बंद’ कर दिए गए।

इस पर स्पीकर ओम बिरला ने सफाई देते हुए कहा कि सांसदों के माइक्रोफोन बंद नहीं किए गए थे। उन्होंने कहा कि माइक्रोफोन पर उनका नियंत्रण नहीं है। ओम बिरला ने विपक्ष से कहा, “राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होनी चाहिए। सदन में अन्य मुद्दों पर चर्चा नहीं होगी।”

एच डी देव गौड़ा ने दिया जवाब

विपक्ष के हंगामे पर एनडीए की ओर से एचडी देवगौड़ा ने मोर्चा संभाला। उन्होंने इस मांग के लिए कांग्रेस और अन्य विपक्षी सांसदों की आलोचना की। विपक्षी नेता भी सरकार से नीट पेपर लीक की जिम्मेदारी लेने की मांग कर रहे थे। इस पर देवगौड़ा ने कहा,

“जब तक जांच लंबित है, संबंधित मंत्री से इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए नहीं कहा जा सकता। सीबीआई जांच कर रही है, गिरफ्तारियां भी हो रही हैं। इसलिए अगर कोई नवनिर्वाचित मंत्री इसकी जिम्मेदारी लेता है, तो इससे सरकार की छवि खराब होगी।”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह से इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है, यह ‘अलोकतांत्रिक’ है।

TMC सांसद को लगी फटकार

राज्यसभा में लगातार नारेबाजी करने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के दो सांसदों को फटकार भी लगाई। ये सांसद थे- टीएमसी की सागरिका घोष और शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी। हालांकि, इसके बाद भी विपक्षी नेता अपनी मांग दोहराते रहे। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

2 बजे जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो भी विपक्षी नेताओं ने अपनी मांग दोहराई। इसके बाद बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा,

उन्होंने कहा, “वे (विपक्ष) क्या सोचते हैं? क्या वे सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हैं? मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कार्रवाई चल रही है।”

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