कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (Maharashtra Election 2024) में चुनावी धांधली (Electoral Fraud) के गंभीर आरोप लगाए हैं। राहुल ने दावा किया कि चुनावी प्रक्रिया में मैच फिक्सिंग (Match Fixing Allegations) हुई, जिसमें वोटर लिस्ट में हेरफेर (Voter List Manipulation) कर फर्जी मतदाता जोड़े गए और मतदान प्रतिशत (Electoral Fraud) को कथित तौर पर बढ़ाया गया। इन आरोपों के जवाब में, चुनाव आयोग (Election Commission) ने 12 जून 2025 को राहुल गांधी को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्हें अपने दावों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया। यह पत्र राहुल के आवास पर और ईमेल के माध्यम से भेजा गया।
चुनाव आयोग ने अपने पत्र में कहा कि सभी चुनाव संसद द्वारा पारित कानूनों और नियमों के अनुसार आयोजित किए जाते हैं। आयोग ने यह भी जोड़ा कि चुनावी प्रक्रिया में हजारों कर्मचारी और राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ-स्तरीय एजेंट (Electoral Fraud) शामिल होते हैं। EC ने राहुल के आरोपों को “निराधार” बताते हुए कहा कि ऐसी बयानबाजी लाखों चुनाव कर्मियों के मनोबल को ठेस पहुंचाती है और कानून का अपमान करती है।
राहुल ने अपने एक लेख में दावा किया कि महाराष्ट्र में बीजेपी के पक्ष में धांधली (BJP Rigging Claims) के लिए पांच चरणों की रणनीति अपनाई गई:
- चुनाव आयोग की नियुक्ति करने वाले पैनल पर कब्जा करना।
- वोटर लिस्ट में फर्जी मतदाता जोड़ना।
- मतदान प्रतिशत को बढ़ाना।
- बीजेपी को जीतने के लिए लक्षित बोगस वोटिंग करना।
- साक्ष्य छिपाना।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्वाचन क्षेत्र (Devendra Fadnavis Constituency), नागपुर दक्षिण पश्चिम में, केवल पांच महीनों में वोटर लिस्ट (Digital Voter Rolls) में 29,219 नए मतदाता जोड़े गए, जो 8% की वृद्धि दर्शाता है। राहुल ने मांग की है कि EC डिजिटल वोटर लिस्ट और मतदान बूथों की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करे।
चुनाव आयोग ने जवाब में कहा कि महाराष्ट्र में 9.77 करोड़ मतदाताओं के लिए केवल 89 अपीलें जिला मजिस्ट्रेट के समक्ष और एक अपील मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष दायर की गईं, जो दर्शाता है कि कांग्रेस या अन्य दलों की ओर से कोई बड़ी शिकायत नहीं थी। आयोग ने यह भी बताया कि 1,00,186 बूथ-स्तरीय अधिकारी और 1,08,026 बूथ-स्तरीय एजेंट (Electoral Fraud), जिनमें कांग्रेस के 28,421 एजेंट शामिल थे, चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय थे।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने EC के जवाब को “अहस्ताक्षरित और टालमटोल” करार देते हुए कहा कि सच्चाई सामने लाने से ही आयोग की विश्वसनीयता बचेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि महाराष्ट्र में हुई कथित धांधली का मॉडल अब बिहार और अन्य राज्यों में दोहराया जा सकता है, जहां बीजेपी को हार का डर है।
इस विवाद ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (Maharashtra Election 2024) की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप बीजेपी-नीत महायुति गठबंधन ने 230 सीटें जीती थीं।