नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने 29 जुलाई सोमवार को सत्ता को जमकर घेर लिया। राहुल ने भसहाँ देते हुए बजट के हलवा सेरेमनी को एक्सपोज़ करते हुए जातिगत जनगणना की मांग की। उन्होंने कहा की बजट बनाने वालों में कोई SC, ST या OBC का कोई नहीं है। अपने भाषण के दौरान राहुल ने स्पीकर से एक तस्वीर दिखने की भी इजाज़त मांगी पर, ओम बिरला ने मना कर दिया।
लोकसभा में सोमवार को भाषण देते हुए राहुल गाँधी सत्ता पक्ष पर जम कर बरसते हुए बजट की आलोचनाएं की उन्होंने कहा की बजट बनाने वालों में कोई भी SC, ST या OBC का नहीं है जबकि भारत में ज्यादातर संख्या इन्ही जातियों की, अगर बजट में कोई एक इंसान भी उन जातियों का नहीं है तो उनके हित का बजट कैसे हो सकता है। राहुल गाँधी के भाषण में सत्ता पक्ष के नेता हसने लगे थे।
फोटो दिखाने की मांगी इजाज़त ;
राहुल गाँधी ने लोकसभा में बजट पेश होने से पहले की वित्त मंत्रालय की हलवा सेरेमनी की तस्वीरें लेकर आये थे जिसको सदन में दिखाने के लिए उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से अनुमति मांगी। जिसके बाद ओम बिरला ने उन्हें तस्वीर दिखाने से इंकार कर दिया। राहुल गाँधी को भले ही तस्वीर दिखाने के लिए मना कर दिया गया पर तस्वीर उनके हाथ में साफ झलक रही थी। वो तस्वीर बजट तैयार होने बाद हलवा सेरेमनी की थी।
राहुल ने कहा, जनता को चक्रव्यूह में फसाया गया है ;
राहुल ने लोक सभा में अपने भाषण में कहा कि देश के युवा, महिला और किसानो को देश में चक्रव्यूह में फसाया गया है। उन्होंने कहा की मैंने चक्रव्यूह के बारे में रिसर्च किया तो पता चला की चक्रव्यूह कमल के सामान बनाया जाता था।
राहुल गाँधी जब भाषण दे रहे थे उस समय भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण है रहीं थी। जिसपर जवाब देते हुए राहुल ने कहा की ये ममला हसने का नहीं है।