Rahul Gandhi Fight Against India State: लीडर ऑफ़ ऑपोजिशन राहुल गांधी (Rahul Gandhi India State Speech Video) ने कुछ ऐसा कह दिया है कि वो उसे न तो अब स्लिप ऑफ़ टंग कह रहे हैं, न अपने शब्द वापस ले सकते हैं और ना ही माफ़ी मांग सकते हैं. बुधवार को दिल्ली में नए कांग्रेस भवन का फीता काटा गया था, राहुल गांधी, को भाषण देने के लिए बुलाया गया था, राहुल ने अपने भाषण में हमेशा की तरह आरएसएस, मोदी और बीजेपी को कोसना शुरू किया लेकिन अपनी बात खत्म करते करते कुछ ऐसा बोल गए कि लोगों ने कहा, राहुल गांधी के मुँह से धोके से सच निकल गया, उनका एजेंडा एक्सपोज हो गया.
राहुल गांधी ने कहा हमारी लड़ाई भाजपा-आरएसएस और इंडिया स्टेट से है
Rahul Gandhi Fight India State Full Statement: राहुल गांधी ने जो अंग्रेजी में कहा हम उसका हिंदी ट्रांसलेशन आपको सुनाते हैं. इस वीडियो में वो कहते हैं – मैं एक आखिरी बात कहना चाहता हूं, ये मत सोचो हम एक निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं, यहां कोई निष्पक्षता नहीं है, अगर आप मानते हैं कि हम एक राजनीतिक संगठन बीजेपी से लड़ रहे हैं या राजनितिक संगठन आरएसएस से लड़ रहे हैं, तो आप नहीं समझते की क्या हो रहा है. बीजेपी और आरएसएस ने देश की हर संस्था पर कब्जा कर लिया है और अब हम बीजेपी, आरएसएस और खुद भारत राष्ट्र से लड़ रहे हैं.
कोई आतंकी कहता तो समझ में आता
राहुल गांधी ने जो कहा, शायद पूरे होश में कहा, गंभीरता से कहा, सोच समझकर कहा, लेकिन जो कहा वो कहना तो नहीं चाहिए था। उसे तो नहीं जो खुद को देश का नागरिक मनाता हो, और उसे तो बिलकुल ही नहीं जो उस देश की संसद का लीडर ऑफ़ ऑपोजिशन हो. राहुल गांधी की लड़ाई अब बीजेपी – आरएसएस से उठकर पूरे भारत देश से हो गई है. ऐसी बातें कोई माओवादी, उग्रवादी, कम्युनिस्ट, आतंकवादी, अलगाववादी कहे तो समझ में आता है लेकिन गाँधी! खैर इस बयान के बाद देश में हड़कंप मच गया है.
बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि – राहुल गांधी ने भारत राष्ट्र के खिलाफ एलान ए जंग कर दिया है, ये जॉर्ज सोरोस की प्लेबुक से आया है।
राहुल गांधी के इस बयान पर सत्ता पक्ष के लोग हमलावर हैं, बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस ने हमेशा से देश को कमजोर करने का ही काम किया है, हमेशा नेशनल सिक्योरिटी को कमजोर करने का ही षड्यंत्र रचा है, लोगों का कहना है कि मोदी और आरएसएस से नफरत करते करते राहुल गांधी अब भारत से नफरत करने लग गए हैं.
मोहन भागवत को देशद्रोही कह रहे थे
राहुल गांधी के भारत के खिलाफ लड़ाई कहने की बात कहने के पहले वो आरएसएस चीफ मोहन भागवत को देशद्रोही कह रहे थे. मोहन भागवत ने कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाई जानी चाहिए, क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मनों का आक्रमण झेलने वाले देश को सच्ची स्वतंत्रता इस दिन मिली थी। इस बयान पर राहुल गांधी ने हमला करते हुए कहा रहा कि मोहन भागवत ऐसी बात किसी और देश में करते तो गिरफ्तार हो जाते, क्योंकि ये देशद्रोह है, ये सैनानियों का अपमान है , संविधान और देश के हर नागरिक का अपमान है.
राहुल का कहना था कि 13 जनवरी को प्रतिष्ठा द्वादशी मनाना, देशद्रोह है, लेकिन उन्होंने तो भारत राष्ट्र के खिलाफ लड़ाई की बात कबूल की है, क्या ये देशभक्ति में आता है ? राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी बयान आया है, जेपी नड्डा ने कहा – अब और छिपाया नहीं जा रहा, कांग्रेस का घिनौना सच अब उनके ही नेता ने उजागर कर दिया है।
मैं राहुल गांधी को यह स्पष्ट रूप से कहने के लिए ‘प्रशंसा’ करता हूं कि, वह भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं!
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनके तंत्र का अर्बन नक्सलियों और डीप स्टेट के साथ घनिष्ठ संबंध है जो भारत को बदनाम करना, नीचा दिखाना चाहते हैं। उन्होंने जो कुछ भी कहा है वह भारत को तोड़ने और हमारे समाज को विभाजित करने की दिशा में है।
अब हर कोई राहुल गांधी पर हमलावर है, कांग्रेस के लोग इस डेमेज को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं, वो ये बात झुठला ही नहीं सकते कि राहुल गांधी ने भारत से लड़ाई लड़ने की बात नहीं कही है. जिस ठहराव के साथ, जिस गंभीरता के साथ राहुल बोल रहे थे उसे अब स्लिप ऑफ़ टंग का नाम नहीं दिया जा सकता, ये नहीं कहा जा सकता कि गलती से बोल दिया। वैसे इस मामले में कांग्रेस की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है,. लेकिन राहुल गांधी का ये कहना कि हम भारत राष्ट्र के खिलाफ लड़ रहे हैं को सुनकर आपकी क्या राय है हमें कमेंट में जरूर बताएं और इस विवाद से जुड़े है हर अहम् अपडेट को जानने के लिए शब्द सांची के साथ बने रहें