Rahul Gandhi in Congress CWC Meeting : 64 साल के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर कांग्रेस गुजरात में वापसी करने की तैयारी में जुट गई है। 8 अप्रैल से जारी कांग्रेस के आईसीसी अधिवेशन में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भाग लिया। कांग्रेस अधिवेशन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी के ही गढ़ में उन्हें बड़ी ललकार दी। राहुल गांधी ने इस मौके पर जाति जनगणना का मुद्दा भी उठाया और ट्रंप के टैरिफ पर भी बात की। वहीं भाजपा के कांग्रेस को हिंदू विरोधी पार्टी बताने पर राहुल गांधी ने खुद अपना धर्म भी बता डाला। धर्म पर सवाल उठाने पर राहुल गांधी ने कहा, “वह खुद भी हिंदू हैं मगर बीजेपी के नेता जो करते हैं, वह हमारा धर्म नहीं, हमारा धर्म सबको सम्मान देना है।”
कांग्रेस ने उठाया जाति जनगणना का मुद्दा
बता दे, बुधवार को कांग्रेस के एआईसीसी अधिवेशन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर जाति जनगणना न करने का आरोप लगाया। साथ ही यह वादा किया कि गुजरात में अगर भाजपा की सरकार बनती है तो जनता को जाति जनगणना कराने का भरोसा दिलाया। इस दौरान राहुल गांधी ने भाजपा के ‘दलित’ व्यवहार पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दलितों का अपमान करती है। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे का उदाहरण देते हुए कहा कि वह दलित समाज से आते हैं इसलिए भाजपा उन्हें अलग कुर्सी देती है।
हम भी हिन्दू, ये हमारा भी धर्म : Rahul Gandhi in Congress CWC Meeting
राहुल गांधी ने भाजपा के हिंदू एजेंट पर भी हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा अक्षर कांग्रेस को हिन्दू विरोधी पार्टी बताती है। राहुल गांधी ने कहा, “हम भी अपने आप को हिन्दू कहलाते हैं, मगर जो बीजेपी के नेता करते हैं, वह हमारा धर्म नहीं। हमारा धर्म सबको सम्मान देता है। इससे पहले भी वे हिन्दू धर्म को लेकर कई बार बात कर चुके हैं, जिसे बीजेपी बड़ा मुद्दा बनाती रही है।”
राहुल गाँधी ने लिखा, “आप टीकाराम जुली को ही देखिए। राजस्थान में विपक्ष के नेता हैं। मंदिर गए, उसके बाद बीजेपी के नेताओं ने मंदिर को धुलवाया। साफ करवाय। वो अपने आप को हिन्दू कहते हैं। एक दलित को मंदिर जाने का अधिकार नहीं देते। जब जाता है तो धुलवा दिया। ये हमारा धर्म नहीं। हम भी अपने आप को हिन्दू कहलाते हैं, मगर ये हमारा धर्म नहीं। हमारा धर्म सबको सम्मान देता है।”
राहुल गांधी ने फिर से क्यों की धर्म की बात?
पहली बार नहीं बाकी राहुल गांधी ने अपने धर्म को लेकर बात की हो। उनके धर्म पर भाजपा के सवाल का जवाब देते राहुल गांधी ने कई बार अपने धर्म पर चर्चा की। राहुल गांधी लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने उसे समय उनपर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने कहा कि उस समय कांग्रेस ने जाने उधारी के रूप में पेश किया था। राहुल गांधी ने आगे बताया कि उन्होंने उसे दौरान कई मंदिरों का दौरा किया था लेकिन गुजरात के सोमनाथ मंदिर में जब वह पहुंचे तब उन्हें उनकी धार्मिक पहचान को लेकर बहस छिड़ गई थी। इसी धार्मिक बहस के बाद राहुल गांधी ने एक बार फिर से अपने धर्म को लेकर बात की।
- राहुल गांधी ने हिंदुत्ववादी और हिंदू दोनों ही शब्दों में बड़ा अंतर समझाया। राहुल गांधी ने कहा, “मैं हिंदू हूं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं। हिंदू धर्म सत्य और अहिंसा की राह दिखाता है जबकि हिंदुत्व हिंसा और नफरत को बढ़ावा देता है। भाई राहुल गांधी के इस बयान के बाद भाजपा ने भी पलटवार किया। भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी हिंदुत्व को नफरत ही बता रहे हैं।
फ्रीडम पर आक्रमण है वक़्फ़ बिल : Rahul Gandhi
कांग्रेस नेता व रायबरेली सांसद राहुल गाँधी ने इस मौके पर वक़्फ़ बिल पर भी बात की। राहुल गाँधी ने कहा, “वक्फ बिल पास हुआ, ये फ्रीडम ऑफ रिलीजन पर आक्रमण है। संविधान पर आक्रमण है। वे लोग ऑर्गनाइजर में क्रिश्चियन की जमीन के लिए लिखते हैं, बाद में सिख के लिए भी आएंगे।”
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