भाजपा और कांग्रेस में हमेशा मतभेद तो चलता ही रहता है, भजपा और कांग्रेस के नेता एक दुसरे की टांग खींचने की कोई कसर नहीं छोड़ते और किसी भी पार्टी का नेता बिना गठबंधन के किसी दूसरी पार्टी के पक्ष में कभी नहीं बोलता है। कांग्रेस पार्टी के लीडर राहुल गाँधी ने इस बात को गलत साबित कर दिया जहां बात-बात पर राहुल गाँधी और स्मृति ईरानी एक दुसरे पर तंज़ कसने से नहीं चूकते थे वही इस बार राहुल गाँधी स्मृति ईरानी का पक्ष लेते दिखाई दे रहे हैं। स्मृति ईरानी इस बार के लोक सभा चुनाव में अपनी सीट अमेठी से चुनाव लड़ीं पर बुरी तरह से हार भी गयीं जिसको ले कर कई ट्रोलर उनको ट्रोल कर रहे थे जिस बात पर राहुल गाँधी ने उनका पक्ष ले लिया।
क्या है पूरी बात?
दरअसल पिछले 10 साल तक अमेठी सीट से स्मृति ईरानी लोकसभा सदस्य रहीं, पर 2024 में हुए लोक सभा चुनाव में कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को भरी वोटों से हरा दिया जिसके बाद स्मृति को मिलने वाला सरकारी बंगला जिसमे वो पिछले 10 सालों से रह रहीं थी, उसे खली करना पड़ा। इस बात पर ट्रोलर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया और फिर लेकर राहुल गाँधी ने स्मृति ईरानी का पक्ष में ट्वीट करते हुए कहा की –
”हार जीत तो लगी रहती है मेरी सभी से अपील है की स्मृति ईरानी या कसी भी लीडर के लिए आपत्ति जनक भाषा का उपयोग न करें, लोगों का अपमान करना कमज़ोरी की निशानी है न की ताकत की ”
राहुल ने लोगों का दिल जीता ;
राहुल गाँधी के इस ट्वीट को लोग बहुत पसंद कर रहें हैं, लोग कह रहे हैं की स्मृति ने राहुल और उनके परिवार को कभी अच्छा नहीं बोला है पर आज राहुल ने स्मृति के समर्थन में बात कर के सब का दिल जीत लिया, इसके अलावा स्मृति ईरानी और भाजपा समर्थको ने पहले राहुल गाँधी को अमेठी सीट हार जाने पर जम कर ट्रोल किया था, वहीं आज स्मृति के हार जाने पर राहुल ने स्मृति के ट्रोलर्स को ही चुप करा दिया