Rahul Gandhi defends Smriti Irani : लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत दी। उन्होंने भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी के अमेठी में सरकारी बंगला खाली करने पर कहा कि हार-जीत तो चलती रहती है। लेकिन कोई भी कांग्रेसी स्मृति ईरानी के खिलाफ कोई टिप्पणी न करें। उन्होंने कहा कि अपमानित करना कमजोरी की निशानी होती है। कांग्रेस नेता ने पार्टी के लोगों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति पर गलत टिप्पणी करने से बचें।
स्मृति ईरानी ने खाली किया बंगला (Rahul Gandhi defends Smriti Irani)
गुरुवार को अमेठी की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी ने सरकारी बंगला खाली कर दिया है। साल 2014 में स्मृति ईरानी अमेठी की सांसद बनी थी। उन्हें अमेठी स्थित लुटियंस में 28 तुगलक क्रिसेंट बंगला मिला था। साल 2019 में भी वह अमेठी की सांसद चुनी गई थी। वह 10 साल तक इस बंगले में रहीं। इस साल के लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी को कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने हरा दिया। इसलिए गुरुवार को उन्हें सरकारी बंगला खाली करना पड़ा।
राहुल गाँधी ने किया स्मृति ईरानी का बचाव
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Rahul Gandhi defends Smriti Irani) द्वारा सरकारी बंगला खाली करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी की थी। जिस पर कांग्रेस नेता राहुल गाँधी नाराज हो गए। उन्होंने कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को स्मृति ईरानी के खिलाफ कोई भी अपमानजनक टिप्पणी करने से सख्त मना किया है। उन्होंने स्मृति ईरानी का बचाव करते हुए कहा कि चुनाव में हार-जीत होती है। लेकिन किसी के लिए भी अपमानजनक भाषा का प्रयोग न करें।
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अपमान करना कमजोरी की निशानी (Rahul Gandhi defends Smriti Irani)
राहुल गांधी ने X पर लिखा,”जीवन में हार-जीत तो होती रहती है। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे श्रीमती स्मृति ईरानी या किसी अन्य नेता के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने और बुरा व्यवहार करने से बचें। लोगों को अपमानित करना और उनका अपमान करना कमजोरी की निशानी है, ताकत की नहीं।”
जब स्मृति ने किया था राहुल को बेज्जत
सोशल मीडिया पर स्मृति ईरानी (Rahul Gandhi defends Smriti Irani) का बचाव करने के लिए राहुल गाँधी की तारीफ हो रही है। लोगों का कहना है कि राहुल गाँधी नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद परिपक्व नेता के रूप में ढल रहें हैं। दरअसल, जब स्मृति ईरानी ने अमेठी लोकसभा चुनाव जीता था तो उस समय राहुल गाँधी अमेठी से सांसद थे। स्मृति से अमेठी का चुनाव हारने के बाद राहुल को सरकारी बंगला खाली करना पड़ा था। उस समय स्मृति ईरानी ने चीख-चीख कर राहुल गाँधी को अपमानित किया था और कहा था कि सरकारी बंगला राहुल गाँधी का नहीं जनता का है।
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