राहुल गांधी का दावा: मोदी वोट चोरी कर प्रधान मंत्री बने

कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने चुनाव आयोग (Election Commission of India) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि कर्नाटक (Karnataka) के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र (Mahadevapura Assembly) में 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के दौरान 1,00,250 फर्जी वोट (Fake Voters) डाले गए। राहुल गांधी ने इसे ‘वोट चोरी’ (Vote Theft) करार देते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर चुनावों में धांधली (Electoral Fraud) की। इस मुद्दे को लेकर शुक्रवार, 8 अगस्त 2025 को बेंगलुरु में कांग्रेस ने ‘वोट अधिकार रैली’ (Vote Rights Rally) निकाली, जिसमें राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) शामिल हुए।

राहुल गांधी के आरोप (Rahul Gandhi’s Allegations)राहुल गांधी ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) में कर्नाटक के बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट (Bangalore Central) के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची (Voters List) का हवाला देते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने छह महीने की गहन जांच (Investigation) के बाद ‘वोट चोरी’ का सबूत जुटाया है। उन्होंने पांच तरीकों से वोट चोरी का दावा किया:

  1. डुप्लिकेट वोटर्स (Duplicate Voters): 11,965 मतदाता एक से अधिक बार सूची में दर्ज।
  2. फर्जी और अवैध पते (Fake Addresses): 40,009 मतदाताओं के पते गलत या फर्जी।
  3. एक ही पते पर कई वोटर (Bulk Voters): 10,452 मतदाता एक ही पते पर दर्ज।
  4. अवैध फोटो (Invalid Photos): 4,132 मतदाताओं की तस्वीरें अस्पष्ट या अमान्य।
  5. फॉर्म 6 का दुरुपयोग (Form 6 Misuse): 33,692 मतदाता, जो नए वोटर नहीं थे, फिर भी फॉर्म 6 का उपयोग कर वोट डाला।

राहुल ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि एक मतदाता, गुरकीरत सिंह डांग (Gurkirat Singh Dang), चार अलग-अलग मतदान केंद्रों में दर्ज था। एक अन्य मामले में, आदित्य श्रीवास्तव (Adtiya Srivastava) नाम का व्यक्ति कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में मतदाता सूची में शामिल था। राहुल ने दावा किया कि यह धांधली केवल कर्नाटक तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में हो रही है।

8 अगस्त को बेंगलुरु में कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर ‘वोट अधिकार रैली’ का आयोजन किया। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार (DK Shivakumar) भी इस रैली में शामिल हुए। रैली का उद्देश्य चुनाव आयोग पर पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग करना था। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मतदाता सूची को मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में उपलब्ध कराने और मतदान केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की मांग की गई।

कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (Chief Electoral Officer) ने राहुल गांधी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मतदाता सूची पारदर्शी तरीके से तैयार की गई थी। उन्होंने राहुल गांधी से अपने दावों के समर्थन में एक शपथ पत्र और फर्जी मतदाताओं के नाम जमा करने को कहा। चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव परिणाम को केवल हाई कोर्ट में याचिका के माध्यम से चुनौती दी जा सकती है। आयोग ने राहुल के दावों को ‘बेबुनियाद’ करार देते हुए कहा कि अगर वह अपने दावों पर कायम हैं, तो उन्हें शपथ पत्र जमा करना चाहिए, अन्यथा देश से माफी मांगनी चाहिए।

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