Rahul gandhi vs Narendra Modi: वर्ल्ड कप फाइनल हार के बाद ट्विटर पर #Panauti ट्रेंड कर रहा है. ये ट्रेंड भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए हो रहा है. कांग्रेस के बड़े नेता भी ट्विटर पर #Panuti ट्वीट कर चुके हैं. अब कांग्रेस के सबसे बड़े नेता Rahul Gandhi जालौर में एक रैली को सम्बोधित कर रहे थे. तभी भीड़ में से आवाज आई ‘पनौती-पनौती’.
आबादी में किसकी कितनी हिस्सेदारी के मुद्दे पर बोल रहे थे राहुल गाँधी। उन्होंने प्रधानमंत्री Narendra Modi का नाम ही लिया था कि भीड़ से आवाज आई की पनौती-पनौती। वायनाड सांसद राहुल गांधी 21 नवंबर को राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए एक रैली को सम्बोधित कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पनौती कहा है (Rahul Gandhi PM Modi Panauti).
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को क्यों कहा?
राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी को पनौती कहने का वीडियो भी सामने आया है. भाषण के हिस्से को सुन के लगता है कि कांग्रेस नेता आबादी में किसकी कितनी हिस्सेदारी मुद्दे पर बोल रहे थे. जिसका जिक्र कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी किया है. कांग्रेस ने दवा किया है कि अगर हमारी सरकार राज्य में बनती है तो हम जातिगत जनगणना कराएंगे। इसी पर बोलते-बोलते राहुल गांधी अचानक वर्ल्ड कप फाइनल की बात करने लग गए. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को कहा-
“…50 पर्सेंट देश में पिछड़ों की आबादी है. तकरीबन 12 पर्सेंट आबादी आदिवासियों की है. और 15 पर्सेंट दलितों की है. लेकिन सबसे बड़ी आबादी है पिछड़ों की. पहले अपने हरेक भाषण में नरेंद्र मोदी आते थे, कहते थे ‘मैं ओबीसी हूं’, याद है आपको?”
राहुल के ये कहते ही रैली में मौजूद कुछ लोग पीएम मोदी के लिए बोलते हैं ‘पनौती-पनौती’. उनके ऐसा कहने पर राहुल गांधी भी कहते हैं…
“हां क्या, पनौती-पनौती… अच्छा भला वहां (फाइनल) पर हमारे लड़के वर्ल्ड कप जीत जाते, (लेकिन) पनौती हरवा दिया. टीवी वाले ये नहीं कहेंगे, लेकिन जनता जानती है.”
कांग्रेस सांसद के इस बयान से लगता है पार्टी भी इत्तेफाक रखती है. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने आधिकारिक X हैंडल से राहुल के इस बयान के फुटेज को शेयर किया और लिखा ‘पनौती’
इधर भगवा धरी BJP की तरफ से राहुल गांधी के खिलाफ प्रतक्रियाएं आना शुरू हो गई हैं. उतर प्रदेश के देवरिया से भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने राहुल गांधी के बात का जवाब देते हुए लिखा है.
तुम्हें पनौती ही लगेंगे वो क्यूंकि तुम्हारे राजतंत्र का सफ़ाया कर दिया,मंत्रियों तक से जूते उठवाने वाले खुलेआम दूसरों के जूते बाँधने लगे,एयरपोर्ट पर राजाओं की तरह घुसने वाले क़तारों में लगने लगे क्यूँकि 2G,3G वाले दामाद जी का राष्ट्रीय दामाद का ओहदा छिन गया,ज़मीन की दलाली की कलई खुल गई क्यूँकि उस नाकाबिल शख़्स की राजनीतिक दुकान बंद कर दी,जिसे चमचों ने रंग पोत युवराज बना रखा था,तश्तरी में परोसी गई अमेठी तक जीतने की हैसियत न बची क्योंकि दादी की तरह लगने वाली दीदी की कथित पापुलैरिटी की भी पोल खुल गई,भाई तक को चुनाव न जिता सकीं,जहां जहां प्रचार किया पार्टी साफ़ हो गई आज़ादी के दशकों बाद तक जिस ख़ानदान ने खुद को कामनमैन का राजा माना,आज एक कामनमैन ने देश का अगुवा बन इस खानदान को कामनमैन बना दिया तो दरबारियों को तो पनौती लगेंगे ही वो
इंडिया जीते या हारे ये तो पहले से पता था कि राजनीति होगी, लेकिन इस कदर इसका अंदाजा नहीं था. अब देखना होगा की पक्ष और विपक्ष पनौती शब्द के लिए और कितना आपस मेंलड़ेंगे।