हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के बजाय सूर्यकुमार यादव (India Captain Surya Kumar Yadav) को टी20 (Indian Cricket Team) कप्तान बनाने की कवायद राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के भारत के मुख्य कोच के कार्यकाल के दौरान हुई थी। हालाँकि गौतम गंभीर (New Head Coach Gautam Gambhir) ने इस फैसले को अंतिम रूप दिया हो, लेकिन सूर्यकुमार को नेतृत्व की भूमिका में लाने का विचार द्रविड़ के कार्यकाल में ही आया था।
हार्दिक की जगह सूर्यकुमार को चुनने का एक मुख्य कारण एक ऐसे कप्तान की ज़रूरत थी जो चोट से मुक्त रह सके और सभी मैचों के लिए उपलब्ध हो। हार्दिक के चोटों के इतिहास को देखते हुए, टीम मैनेजमेंट ने दीर्घकालिक स्थिरता के लिए सूर्यकुमार को कप्तान चुनने में प्राथमिकता दी।
लीडरशिप के शुरुआती संकेत
साल 2023 में वनडे विश्व कप (Cricket World Cup 2023) के बाद, हार्दिक पांड्या की टखने की चोट से वापसी को लेकर अनिश्चितता के कारण, सूर्यकुमार यादव को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए टी20I की कप्तानी दी गई। सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिए जाने के बाद भारत को 4-1 से सीरीज़ जिताने वाले सूर्यकुमार ने अपनी काबिलियत साबित की।
हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत करते हुए भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे (Paras Mhambrey) ने द्रविड़, टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं की सोच के बारे में बताया। महाम्ब्रे ने कहा, “जब आप कप्तान चुनते हैं, तो आप उनसे उस प्रारूप में सभी मैच खेलने की उम्मीद करते हैं। सूर्या ने टी20 क्रिकेट में महारत हासिल कर ली है, जिससे भारत के लिए मैच जीतने में उनका असाधारण प्रभाव देखने को मिला है।”
ऐसे आगे बढ़ते गए सूर्यकुमार यादव
सूर्या ने घरेलू क्रिकेट में मुंबई की कप्तानी की थी, लेकिन उच्चतम स्तर पर उनके पास अनुभव की कमी थी। हार्दिक या ऋषभ पंत के विपरीत, सूर्या के पास आईपीएल टीम का नेतृत्व करने का अनुभव नहीं था। हालाँकि, पुराने और नए दोनों टीम प्रबंधन को लगा कि वह रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की जगह लेने के लिए सबसे उपयुक्त हैं।
महाम्ब्रे ने आगे कहा, “मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने सूर्या की कप्तानी पर ड्रेसिंग रूम से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया पर जोर दिया। महाम्ब्रे ने सूर्या के टीम के साथ अच्छे तालमेल पर प्रकाश डाला, खासकर युवा खिलाड़ियों की पहली पसंद सूर्या हैं। वह युवा खिलाड़ियों के साथ अच्छी तरह से घुलमिल जाते हैं और युवा खिलाड़ी उनका सम्मान करते हैं। सूर्या अनुभवी और स्मार्ट क्रिकेटर हैं।”
भविष्य की संभावनाएँ
महाम्ब्रे कहते हैं, “33 वर्षीय सूर्यकुमार यादव अगर अपनी फॉर्म बरकरार रखते हैं तो अगले दो टी20 विश्व कप में भारत की अगुआई करने की क्षमता रखते हैं। उनके पास अभी चार-पांच साल का अच्छा क्रिकेट बाकी है। वह कप्तानी के लिए बेहतरीन विकल्प हैं।”
गौतम गंभीर का समर्थन
महाम्ब्रे ने द्रविड़ के अच्छे काम को जारी रखने और भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए नए कोच गौतम गंभीर का भी समर्थन किया। अपने अनुभव के साथ, मुझे यकीन है कि गंभीर अच्छा काम करेंगे। लेकिन हमें उन्हें जमने के लिए कुछ समय देना होगा।
महाम्ब्रे ने कहा, “गंभीर का पहला काम श्रीलंका में सीमित ओवर की सीरीज़ है, उसके बाद बांग्लादेश और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ घरेलू टेस्ट सीरीज़ है। हालांकि, महाम्ब्रे का मानना है कि उनके लिए सबसे कठिन चुनौती इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा होगा। हमें उनके साथ निष्पक्ष रहना चाहिए और उन्हें जमने का समय देना चाहिए। टी20 विश्व कप जीतने के बाद उम्मीदें बहुत ज़्यादा होंगी।”
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