ग्वालियर। भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव शनिवार को पूरे आस्था और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। एमपी के ग्वालियर में स्थित अति प्राचाीन गोपाल मंदिर में विराजमान भगवान राधा-कृष्ण का श्रृगार गहनों से होगा। बताते है कि राधा-कृष्ण को जो गहने पहनाएं जाते है उनकी कीमत 100 करोड़ के करीब होती है और इससे श्रृंगार किया जाता है। बताते है कि गहनों में सोना, हीरा, नीलम, पन्ना, माणिक और पुखराज जैसे बेशकीमती रत्न जड़े होते हैं। ये गहने सिंधिया रियासत के समय से गोपाल मंदिर में विराजमान भगवान राधा-कृष्ण को पहनाए जा रहे है।
बैंक में रखे जाते है सुरक्षित
जानकारी के तहत यह गहने एंटिक हैं। इन्हें साल भर बैंक के लॉकर में विशेष सुरक्षा में रखा जाता है। जन्माष्टमी की सुबह उनको कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच बैंक के लॉकर से निकालकर लाया जाता है। जिसके बाद गहनों और उनमें जड़े रत्नों की गणना करने के बाद भगवान राधा-कृष्ण को यह पहनाए जाते हैं।
रहेगी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
गोपाल मंदिर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच रहेगा। लगभग 200 से ज्यादा जवान व अधिकारी मंदिर के चारों तरफ तैनात रहते हैं। इस गोपाल मंदिर की स्थापना करीब 103 साल पहले सिंधिया घराने ने ही कराई थी। यह बेशकीमती रत्न जड़े गहने भी सिंधिया घराने की देन हैं। जब राधा-कृष्ण इन गहनों को पहनते हैं तो उनकी सज्जा सभी को मोहित कर देने वाली होती है।
ध्रुव योग में मनाई जाएगी जन्माष्टमी
शनिवार को मनाई जा रही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर ज्योतिषाचार्यो का कहना है कि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अर्धरात्रि को अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। अष्टमी तिथि की शुरुआत 15 अगस्त को रात 11 बजकर 48 मिनट पर होगी। यह 16 अगस्त रात नौ बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगी।