सूरत और इंदौर के बाद अब पुरी लोकसभा सीट में भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. फंड की कमी का हवाला देते हुए ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने मतदान से पहले ही रण छोड़ दिया है. उन्होंने कांग्रेस को टिकट लौटा दिया है.
लोकसभा चुनाव के लिए अभी तक दो ही चरणों का मतदान हुआ है, लेकिन विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को एक -एक कर ये तीसरा झटका लगा है. सूरत और इंदौर के बाद अब ओडिशा की चर्चित सीट मानी जा रही पुरी से भी कांग्रेस के उम्मीदवार ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस ने पुरी लोकसभा सीट से सुचारिता मोहंती को टिकट दिया था. सुचारिता ने टिकट लौटाते हुए अपना नाम वापस ले लिया है. यह कांग्रेस के लिए तगड़ा झटका है. बता दें कि इस सीट से भाजपा नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा को पार्टी ने टिकट दिया. सुचारिता द्वारा नाम वापस लेने से संबित पात्रा की राह आसान हो सकती है.
सूरत और इंदौर के बाद अब पुरी लोकसभा सीट में भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. फंड की कमी का हवाला देते हुए ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने मतदान से पहले ही रण छोड़ दिया है. उन्होंने कांग्रेस को टिकट लौटा दिया है. इससे पहले गुजरात की सूरत और मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस लेते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. सूरत में तो भाजपा प्रत्याशी को विजयी भी घोषित कर उन्हें जीत का प्रमाण पत्र सौंप दिया गया.
सुचारिता मोहंती ने कांग्रेस महासचिव लिखी चिट्ठी
सुचारिता मोहंती ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को इस संबंध में चिट्ठी लिखकर अपने फैसले से अवगत करा दिया है. लोकसभा चुनाव की उम्मीदवारी का टिकट लौटाते हुए पुरी से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने संगठन के महासचिव केसी वेणुगोपाल को लिखी गई चिट्ठी में कहा कि चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पार्टी की तरफ से मिलने वाले फंड की राशि नहीं दी गई है. पैसे न मिलने की वजह से वह चुनाव प्रचार नहीं करने में असमर्थ हैं. पुरी लोकसभा सीट पर 25 मई को मतदान होना है, उससे पहले सुचारिता मोहंती ने अपना नाम वापस ले लिया है. जिससे कांग्रेस को झटका लगा है.
ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट को हॉट सीट माना जा रहा है. यहां से भाजपा के बड़े नेता और पार्टी प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस प्रत्याशी सुचारिता मोहंती द्वारा चुनाव न लड़ने की घोषणा के बाद पात्रा की राह आसान हो सकती है. इससे पहले सूरत और इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया था. सूरत में तो भाजपा प्रत्याशी को विजयी भी घोषित कर उन्हें जीत का प्रमाण पत्र भी दिया जा चुका है.