Punjabi Pinni Recipe In Hindi : पिन्नी रेसिपी-करवा चौथ विशेष-परंपरा का अद्भुत स्वाद है पंजाब की ये रेसिपी-भारत की हर रसोई में परंपरा और स्वाद का मेल देखने को मिलता है, और पंजाब का नाम इस सूची में सबसे ऊपर आता है। यहां के खान-पान में न सिर्फ जायका होता है बल्कि एक अपनापन भी घुला होता है। यही वजह है कि पंजाब की पारंपरिक मिठाइयाँ सिर्फ ज़ुबान पर नहीं बल्कि दिल में भी उतर जाती हैं। ऐसी ही एक मिठाई है । पिन्नी (Pinni), जो सर्दियों और विशेष त्योहारों जैसे करवा चौथ, लोहड़ी और मकर संक्रांति पर घर-घर में बनाई जाती है। पिन्नी सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि ताक़त और स्नेह का प्रतीक है। जब ठंडी हवाएं बहती हैं और घरों में तिल, गुड़ और घी की खुशबू फैलती है, तो पंजाबी पिन्नी हर थाली का अभिन्न हिस्सा बन जाती है। करवा चौथ जैसे उपवास वाले दिन पर इसे ऊर्जा देने वाला प्रसाद माना जाता है।
करवा चौथ और पिन्नी का विशेष संबंध-करवा चौथ सिर्फ व्रत नहीं, बल्कि प्रेम और विश्वास का उत्सव है। इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चांद देखकर अपने पति की दीर्घायु के लिए प्रार्थना करती हैं। इस अवसर पर पारंपरिक पकवानों का विशेष महत्व होता है। पिन्नी इस दिन बनने वाली मिठाइयों में सबसे खास मानी जाती है क्योंकि यह पौष्टिक भी है और स्वादिष्ट भी। इसमें घी, गेहूं, मेवे और गोंद जैसे तत्व होते हैं जो शरीर को ऊर्जा और गर्मी प्रदान करते हैं।
पंजाबी पिन्नी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री-(Punjabi Pinni Recipe In Hindi)
समय – लगभग 1 घंटा मात्रा – 35 पीस तक
आवश्यक सामग्री -सामग्री मात्रा
गेहूं का आटा – 400 ग्राम
बूरा (या पिसी शक्कर) – 400 ग्राम
घी – 300 ग्राम
बादाम – ¼ कप
काजू – ¼ कप
गोंद – ¼ कप
घिसा नारियल, कटे मखाने और छुहारे 1 कप
खरबूजे के बीज – ¼ कप
इलायची पाउडर – ½ टी स्पून
करवा चौथ स्पेशल पंजाबी पिन्नी बनाने की विधि-(Punjabi Pinni Recipe In Hindi)
मेवों और गोंद की तैयारी – सबसे पहले एक गहरी कड़ाही में थोड़ा घी गरम करें,अब इसमें गोंद डालें और धीमी आंच पर तब तक भूनें जब तक वह फूलकर कुरकुरा न हो जाए। इसे एक प्लेट में निकाल लें। इसके बाद काजू और बादाम को सुनहरा होने तक तल लें और अलग रख दें। इसी तरह खरबूजे के बीज, कटे मखाने, छुहारे और घिसा नारियल भी हल्का भून लें। अब सभी ड्राई फ्रूट्स और गोंद को हल्का क्रश (कूट) कर लें ताकि उनमें टेक्सचर बना रहे।

आटे का भूनना – स्वाद का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है इसलिए ऐसे एहतियात से भुने। अब उसी कड़ाही में बचे हुए घी में से थोड़ा घी डालें (थोड़ा बाद में उपयोग के लिए बचा लें)। जब घी गरम हो जाए, तो उसमें गेहूं का आटा डालें। अब आटे को मध्यम-धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए भूनें। थोड़ी देर में आटे का रंग हल्का सुनहरा होने लगेगा और एक मनमोहक खुशबू आएगी, यही संकेत है कि आटा अच्छे से भुन चुका है। भूनते समय ध्यान रखें कि आटा जल न जाए।
मिलाना और स्वाद बढ़ाना – जब आटा सुनहरा और खुशबूदार हो जाए, तब गैस की आंच को धीमा कर दें। अब इसमें इलायची पाउडर डालें और अच्छी तरह मिला लें। इसके बाद भुने हुए गोंद, मेवे और नारियल-मखाने का मिश्रण डालें। अंत में बूरा (पिसी शक्कर) मिलाएँ और गैस बंद कर दें। सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिलाते हुए एकसार कर लें।
पिन्नी का आकार देना – अब मिश्रण को कुछ देर ठंडा होने दें ताकि वह हाथ से संभाला जा सके। जब यह हल्का गुनगुना रह जाए, तब इसमें बचा हुआ घी मिलाएं। अब हथेलियों से छोटे-छोटे लड्डू जैसे गोले बना लें, यही आपकी पंजाबी पिन्नी हैं। हर पिन्नी के ऊपर एक काजू या बादाम सजाकर सर्व करें।
ऐसे करें सुरक्षित (Storage Tips) – पिन्नी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है। बस ध्यान रखें कि इन्हें एयरटाइट डिब्बे में रखें। सीधी धूप या नमी से बचाएं। सामान्य तापमान पर यह 20-25 दिन तक सुरक्षित रहती हैं। फ्रिज में रखने पर इनकी शेल्फ लाइफ एक महीने से भी अधिक हो जाती है।
स्वास्थ्यवर्धक फायदे (Health Benefits of Punjabi Pinni)
पिन्नी सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि सर्दियों की सुपर एनर्जी फूड है। इसमें मौजूद घी और गेहूं शरीर को गर्म रखता है।
गोंद और मेवे हड्डियों और जोड़ों को मज़बूत करते हैं।
इलायची और नारियल पाचन को बेहतर बनाते हैं।
महिलाओं के लिए यह व्रत या प्रसव के बाद ऊर्जा देने वाला उत्तम आहार मानी जाती है।पिन्नी में प्राकृतिक मिठास होती है, इसलिए यह बाजार की मिठाइयों से कहीं अधिक स्वास्थ्यवर्धक होती है।
टिप्स और ट्रिक्स (Expert Tips for Perfect Pinni)
आटे को भूनते समय जल्दबाजी न करें। धीमी आंच पर ही भूनें, यही स्वाद की असली कुंजी है,बूरा की जगह आप देसी गुड़ पाउडर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप पिन्नी को और पौष्टिक बनाना चाहते हैं, तो उसमें सोया आटा या बेसन की थोड़ी मात्रा भी मिला सकते हैं। बच्चों के लिए छोटी-छोटी मिनी पिन्नी बनाएं, जिससे वे आसानी से खा सकें। पिन्नी को सर्व करने से पहले हल्का गरम कर लें, स्वाद और भी बढ़ जाएगा।
विशेष – परंपरा और स्वाद का अद्भुत संगम – पंजाबी पिन्नी सिर्फ एक मिठाई नहीं बल्कि मां के हाथों का आशीर्वाद है। इसमें घुला होता है घर का प्यार, सादगी का स्वाद और परंपरा की मिठास। करवा चौथ जैसे पावन त्योहार पर जब महिलाएं पूजा के बाद पिन्नी का सेवन करती हैं, तो वह न केवल शरीर को ऊर्जा देती है बल्कि इस व्रत के पवित्र भाव को भी पूर्ण करती है। पिन्नी बनाना कोई कठिन काम नहीं, बस इसमें धैर्य, स्नेह और पारंपरिक नुस्खों का सही संतुलन चाहिए। तो इस करवा चौथ या आने वाली सर्दियों में आप भी बनाएं घर की बनी पंजाबी पिन्नी, जो हर बाइट में देगी स्वाद, सेहत और त्योहारों की खुशबू।